07 सितंबर 2009
स्टॉक बढ़ने और निर्यात मांग कम होने से गिर सकती है लाल मिर्च
चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से जुलाई के दौरान देश से लाल मिर्च के निर्यात में 32 फीसदी की कमी आई है। जबकि गुंटूर मंडी में लालमिर्च का करीब 33-34 लाख बोरी (एक बोरी 45 किलो) का स्टॉक बचा हुआ है। दिवाली तक मध्य प्रदेश में नई लालमिर्च की आवक शुरू हो जाएगी। मध्य प्रदेश में उत्पादन करीब 35 लाख बोरी होने की संभावना है। ऐसे में आगामी एक-डेढ़ महीने में लालमिर्च की मौजूदा कीमतों में करीब आठ से दस फीसदी की गिरावट आने की संभावना है।भारतीय मसाला बोर्ड के सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से जुलाई के दौरान लाल मिर्च के निर्यात में 32 फीसदी की गिरावट आई है। इस दौरान देश से मात्र 55,000 टन लाल मिर्च का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 81,000 टन का निर्यात हुआ था। वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान देश से लाल मिर्च का निर्यात 188,000 टन का हुआ था जबकि वित्त वर्ष 2007-08 में 209,000 टन का निर्यात हुआ था। मुंबई स्थित लाल मिर्च के निर्यातक अशोक दत्तानी ने बताया कि पिछले पंद्रह-बीस दिनों से बंगलादेश के साथ ही अन्य खाड़ी देशों की मांग में काफी कमी आई है। मध्य प्रदेश में अच्छे उत्पादन की सभावना के कारण खाड़ी देशों के आयातक अभी इंतजार करो व देखो की नीति अपना रहे हैं।गुंटूर मंडी स्थित मैसर्स स्पाइस ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर विनय बूबना ने बताया कि गुंटूर में लाल मिर्च का लगभग 33-34 लाख बोरियों का स्टॉक बचा हुआ है जबकि घरेलू और निर्यातकों की मांग काफी कमजोर बनी हुई है। पिछले एक सप्ताह में लालमिर्च की कीमतों में करीब 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। आंध्रप्रदेश के लालमिर्च उत्पादक क्षेत्रों में हाल ही में हुई बारिश से फसल को काफी फायदा हुआ है। बारिश से स्टॉकिस्टों की बिकवाली पहले की तुलना में बढ़ी है जिससे गिरावट को बल मिला है।स्टॉकिस्टों की बिकवाली से गुंटूर मंडी में तेजा क्वालिटी की लालमिर्च के भाव घटकर 5800 से 6700 रुपये, ब्याड़गी क्वालिटी के भाव 6000 से 6200 रुपये, 334 क्वालिटी के भाव 4800 से 5500 रुपये, सनम के भाव 5300 से 5600 रुपये प्रति तथा फटकी क्वालिटी के भाव 2000 से 3000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं।इंदौर के लालमिर्च व्यापारी खोजर मल प्रजापति ने बताया कि दीपावली तक मध्य प्रदेश की मंडियों में नई फसल की आवक शुरू हो जायेगी। चालू सीजन में राज्य में लालमिर्च का करीब 35 लाख बोरी उत्पादन होने की संभावना है। अच्छे उत्पादन की उम्मीद से इसके भाव गिरने की पूरी संभावना है। इस समय घरेलू और निर्यात मांग कमजोर बनी हुई है। ऐसे में मध्य प्रदेश की नई फसल को देखते हुए आगामी एक-डेढ़ महीने में इसकी मौजूदा कीमतों में और भी 500 से 600 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने की संभावना है। (बिज़नस भास्कर....र स रना)
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