07 सितंबर 2009
टायर उद्योग की मांग से रबर में तेजी
टायर उद्योग की मांग बढ़ने से पिछले एक महीने में नेचुरल रबर की कीमतों में आठ फीसदी की तेजी आ चुकी है। शनिवार को कोट्टायम में आरएसएस-4 के भाव बढ़कर 108 रुपये और आरएसएस-5 के भाव 105 रुपये प्रति किलो हो गये। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी पिछले एक महीने में नेचुरल रबर की कीमतों में करीब 11.5 फीसदी की तेजी आई है।रबर मर्चेट एसोसिएशन के सचिव अशोक खुराना ने बताया कि टायर उद्योग की मांग पहले की तुलना में बढ़ी है। अंतररराष्ट्रीय बाजार में भाव बढ़ने से आयात पड़ते समाप्त हो गये है। इसीलिए टायर उद्योग की मांग घरेलू बाजार में बढ़ी है। जिससे घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की तेजी को बल मिला है। कोट्टायम में आठ अगस्त को नेचुरल रबर के भाव आरएसएस-4 के 98 रुपये और आरएसएस-5 के 100 रुपये प्रति किलो थे। जबकि शनिवार को इसके भाव बढ़कर क्रमश: 105 और 108 रुपये प्रति किलो हो गये। उन्होंने बताया कि रबर का नया सीजन शुरू हो गया है तथा आगामी चार-पांच माह तक आवक का दबाव रहता है। लेकिन टायर उद्योग की बढ़ती मांग और आयात न होने से आवकों का दबाव बनने के बावजूद भी मौजूदा भाव में आंशिक गिरावट तो आ सकती है लेकिन भारी गिरावट की संभावना नहीं है।रबर बोर्ड के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से जुलाई तक देश में रबर का आयात 70,328 टन का हुआ है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में 23,878 टन का आयात हुआ था। इस दौरान भारत के मुकाबले विदेशी बाजार में इसकी कीमतों 18-20 रुपये प्रति किलो नीचे चल रही थी इसलिए आयात में बढ़ोतरी हुई है। अब चूंकि विदेशी बाजार में भी भाव भारत के भाव के बराबर ही हो गये हैं। इसलिए आयात नहीं हो पायेगा। सिंगापुर के सीकॉम में शनिवार को नेचुरल रबर के भाव बढ़कर भारतीय मुद्रा में 106-107 रुपये प्रति किलो हो गये। 11 अगस्त को इसके भाव 95 से 96 रुपये प्रति थे। कोच्चि स्थित मैसर्स हरि संस मलयालम लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज कपूर ने बताया कि उत्पादक क्षेत्रों में पर्याप्त वर्षा न होने से चालू सीजन में नेचुरल रबर के उत्पादन में गिरावट की आशंका है। सितंबर से दिसंबर महीने तक घरेलू मंडियों में नेचुरल रबर की आवक का दबाव रहता है। रबर बोर्ड के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान 159,520 टन नेचुरल रबर का उत्पादन हुआ जो कि पिछले साल की समान अवधि के 179,565 टन के मुकाबले करीब 11 फीसदी कम है। पिछले तीन महीने से देश में नेचुरल रबर की खपत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अप्रैल में रबर की खपत 73,470 टन की हुई थी जबकि जुलाई में खपत बढ़कर 78,000 टन की हुई। (बिसनेस भास्कर ....र स रना)
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