चंडीगढ़ /लुधियाना/नई दिल्ली। उत्तर भारत में इन दिनों लोगों को बटर यानी मक्खन की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। पंजाब में मिल्कफे ड और हरियाणा में डेयरी डेवलपमेंट कोऑपरटिव फेडरशन के मिल्क प्लांटों में एक महीने में मक्खन का उत्पादन तकरीबन 25 फीसदी घटने से बाजार में इसकी किल्लत हो गई है। राजधानी दिल्ली में भी मदर डेयरी के बूथ और अमूल के रिटेल आउटलेट पर बटर की सप्लाई अभी तक सामान्य नहीं हो पाई है। यहां सबसे अधिक किल्लत 500 ग्राम बटर के पैकेट की है। चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में रिटेल में 15 दिनों से पंजाब मिल्कफैड के वेरका और हरियाणा डेयरी डेवलपमेंट के वीटा मक्खन की आपूर्ति ठप है। यहां हिमाचल और दिल्ली से आने वाले अमूल मक्खन की आपूर्ति भी घटी है।
पंजाब मिल्कफेड के सीनियर मैनेजर सेल्स एस।के. डूडेजा के मुताबिक अगस्त तक वेरका रोजाना तकरीबन 2.5 टन मक्खन तैयार कर रहा था। अभी यह घटकर 1.75 टन रह गया है। पंजाब मिल्कफेड के अधिकारियांे का यह भी कहना है कि इन दिनों उनका जोर मिठाइयांे पर है। हरियाणा डेयरी डेवलपमेंट कोऑपरटिव फेडरशन के अधिकारियों का कहना है कि त्योहारों में दूध की बढ़ी मांग और सूखे के कारण घटी दूध की आवक से घी, मक्खन और अन्य उत्पादों का उत्पादन तकरीबन 10 फीसदी कम हो गया है। वेरका और अमूल के मक्खन की बाजार में काफी मांग है। चंडीगढ़ मंे खतना डेयरी के गुरूपाल सिंह खतना ने बताया कि अमूल मक्खन का 500 ग्राम का पैक 15 दिन से नहीं आ रहा है। वहीं वेरका की 100 और 200 ग्राम की पैकिंग की किल्लत है। 500 ग्राम बटर के पैकेट की किल्लत दिल्ली में भी बनी हुई है। यहां आईएनए मार्केट स्थित गोगियाज डिपार्टमेंटल स्टोर के मालिक हेमंत गुप्ता का कहना है कि डेढ़ माह से अमूल बटर की सप्लाई कम है। (बिज़नस भास्कर)
29 सितंबर 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें