कुल पेज दृश्य

03 दिसंबर 2009

नवंबर में कॉटन निर्यात सौदों में भारी बढ़ोतरी

चालू नवंबर के पहले पखवाड़े में देश से कॉटन निर्यात सौदों में भारी बढ़ोतरी हुई है। चीन के साथ अन्य देशों की मांग बढ़ने से 16 नवंबर तक 971,052 गांठ (एक गांठ 170 किलो) के सौदे टैक्सटाइल कमिश्नर के ऑफिस में दर्ज हुए है जबकि अक्टूबर में मात्र 828,076 गांठ के सौदे पंजीकृत हुए थे। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले एक माह में ही कॉटन की कीमतें 3।54 फीसदी बढ़ चुकी हैं। अबोहर स्थित मैसर्स कमल कॉटन ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर राकेश राठी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भाव तेज होने के कारण भारत से निर्यात मांग बढ़ रही है। इस समय चीन के साथ ही बांग्लादेश की अच्छी मांग बनी हुई है। टैक्सटाइल कमिश्नर ऑफिस के सूत्रों के अनुसार 16 नवंबर तक 971,052 गांठ (प्रति गांठ 170 किलो) के निर्यात सौदे दर्ज हुए हैं हालंकि इनमें से शिपमेंट मात्र 11,402 गांठ की ही हुई है। अक्टूबर महीने में 828,076 गांठ के सौदे दर्ज हुए थे तथा शिपमेंट 229,183 गांठ की हुई थी। राठी ने बताया कि चीन में कॉटन के उत्पादन में कमी आई है। जिससे अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भाव बढ़ रहे हैं। ऐसे में आगामी दिनों में भारत से इसकी निर्यात मांग में और भी बढ़ोतरी होने की संभावना है। न्यूयार्क बोर्ड ऑफ ट्रेड में कॉटन के दिसंबर वायदा अनुबंध के भाव 30 अक्टूबर 67.21 सेंट प्रति पाउंड थे जबकि 30 नवंबर को इसके दाम बढ़कर 70.75 सेंट प्रति पाउंड हो गए। पिछले एक महीने में इसकी कीमतों में करीब 3.54 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। घरेलू बाजार में शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव बढ़कर हाजिर में 26,000 से 26,200 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी 356 किलो) हो गए जबकि छह नवंबर को गुजरात की मंडियों में इसके दाम 24,500 से 24,600 रुपये प्रति कैंडी थे। कॉटन व्यापारी संजीव गर्ग ने बताया घरेलू बाजार में भाव बढ़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से ऊपर हो गए हैं इसीलिए कॉटन कारपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) और नेफेड को कपास नहीं मिल रही है। वर्ष 2009-10 में भारत में कपास की पैदावार में 4.2 फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है। कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक कपास की पैदावार 305 लाख गांठ (एक गांठ 170 किलो) होने की संभावना है। पिछले साल इसकी पैदावार 292 लाख गांठ की हुई थी। हालांकि कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ में कॉटन उत्पादन 236 लाख गांठ होने का अनुमान है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉटन की कीमतों में आई तेजी से कॉटन निर्यात भी बढ़कर 70 लाख गांठ तक पहुंचने की उम्मीद है। (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

कोई टिप्पणी नहीं: