खरीफ में कम बुआई के बाद रबी सीजन के दौरान हो रही लगातार बढ़ोतरी
राजीव कुमार / नई दिल्ली December 23, 2009
खरीफ उत्पादन में कमी की भरपाई रबी से पूरी होने की उम्मीद है।
रबी के दौरान गेहूं, चना, मूंग, मसूर एवं मक्के के रकबे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 11 दिसंबर तक गेहूं की बुआई 217 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई थी। 17 दिसंबर को यह बढ़कर 231.32 लाख हेक्टेयर हो गया।
11 दिसंबर से 17 दिसंबर के बीच चने के रकबे में 4 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले साल के मुकाबले गेहूं के रकबे में अब तक 5 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी हुई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गेहूं की बुआई अभी जारी है।
लिहाजा इस रकबे में अभी और बढ़ोतरी की संभावना है। हालांकि तिलहन के क्षेत्र में सरसों एवं मूंगफली दोनों के रकबों में पिछले साल के मुकाबले गिरावट है। लेकिन यह अंतर काफी मामूली है। गेहूं के रकबे में लगातार बढ़ोतरी से इसके बाजार भाव में लगातार गिरावट हो रही है।
1450 रुपये प्रति क्विंटल बिकने वाला गेहूं हाजिर बाजार में 1250 रुपये प्रति क्विंटल से भी कम कीमत पर बिक रहा है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक इस साल रबी के दौरान किसानों को गेहूं के बीज पर मिलने वाली सब्सिडी 500 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई।
दूसरी तरफ गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य को भी बढ़ाकर 1100 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इससे किसान गेहूं के उत्पादन में विशेष दिलचस्पी ले रहे हैं। चने के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 70 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है और यह अब 1760 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
वैसे बाजार में चने की कीमत पहले से ही 2400 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास है। मसूर के न्यूनतम समर्थन मूल्य 1870 रुपये प्रति क्विंटल की दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। लेकिन दालों की कीमतों में लगातार इजाफा जारी है। इसे देखते हुए किसान अब तक 15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में मसूर की बुआई कर चुके हैं।
पिछले साल की समान अवधि के दौरान मसूर का रकबा 13 लाख हेक्टेयर था। कृषि विशेषज्ञ मानते हैं कि इस साल खरीफ के दौरान पिछले साल के मुकाबले चावल उत्पादन में 17 फीसदी की गिरावट की भरपाई गेहूं के उत्पादन से हो जाएगी। क्योंकि गेहूं को ज्यादा बारिश की आवश्यकता नहीं होती है।
रबी की बुआई
जिंस गत वर्ष इस वर्ष गेहूं 226।01 231.32 चावल 2.73 3.99 चना 72.60 77.01 मसूर 13.74 15.33 मूंग 1.67 1.86 जौ 7.02 7.21 मक्का 8 8.11 उड़द 3.79 3.59 ज्वार 48 43 सरसों 63.98 62.56 मूंगफली 3.69 3.63 (लाख हेक्टेयर में) 17 दिसंबर तक के आंकड़ेस्रोत : कृषि मंत्रालय (बीएस हिन्दी)
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