03 दिसंबर 2009
चीन की मांग से लौह अयस्क हो सकता है 20 फीसदी महंगा
चीन में स्टील की खपत बढ़ने के कारण लौह अयस्क की भारी मांग बनी रहने की संभावना है। ऐसे में वर्ष 2010 में लौह अयस्क की वैश्विक कीमतों में करीब 20 फीसदी की तेजी आ सकती है। स्विस बैंक यूबीएस ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है। यूबीएस के स्टील विश्लेषक एंड्रयू स्नोवडोवन ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि चीन की स्टील खपत आगे भी तेज बनी रहेगी क्योंकि वहां कर्ज की रफ्तार 2010 में भी अच्छी बनी रहने की संभावना है। ऐसे में वैश्विक खनन कंपनियां लौह अयस्क की कीमतों में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं। पिछले महीने नैनजिंग आयरन एंड स्टील ग्रुप के चेयरमैन यांग सिमिंग ने कहा था कि लौह अयस्क की हाजिर कीमतों में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है जो 5 से 10 फीसदी हो सकती है। चीन के आयरन एंड स्टील एसोसिएशन ने कीमतों को लेकर अभी कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है। चीन की वैश्विक खनन कंपनियों रियो टिंटो, बीएचपी बिल्टन और वैल एस।ए. के साथ 2010 की लौह अयस्क कीमतों के लिए औपचारिक तौर पर बातचीत अभी शुरू नहीं हुई है। चीन की एक सरकारी स्टील कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्षों की मुलाकातें तेज हो गई हैं। गत वर्ष की वार्ता बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई थी क्योंकि सीआईएसए ने चीन के लिए लौह अयस्क की कीमतों में खनन कंपनियों की ओर से तय बेंचमार्क कीमतों में 33 फीसदी की कटौती करने से इनकार कर दिया था। (बिज़नस भास्कर)
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