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18 दिसंबर 2009

'कंपनियों के फैसले पर हस्तक्षेप का इरादा नहीं'

नई दिल्ली December 17, 2009
सरकार स्टील की कीमतों के बारे में कंपनियों के निर्णय में किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं करेगी। इस बात की जानकारी इस्पात सचिव अतुल चतुर्वेदी ने दी।
गौरतलब है कि स्टील कंपनियां अगले महीने उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की योजना बना रही है। फिक्की स्टील समिट में चतुर्वेदी ने कहा कि अगर स्टील की कीमतें नीचे जा सकती हैं, तो वह महंगा भी हो सकता है। सरकार तत्काल इसमें किसी तरह का हस्तक्षेप करने की योजना नहीं बना रही है।
घरेलू स्टील कंपनियां जनवरी से कीमतों में 5 से 6 फीसदी के दायरे में बढ़ोतरी की तैयारी कर रही हैं। इस तिमाही की शुरुआत में ज्यादातर कंपनियों ने स्टील की कीमतों में 4 से 5 फीसदी की कटौती की थी। कीमतों में बढ़ोतरी की योजना लौह अयस्क और कोकिंग कोयले की कीमतों में इजाफा और मांग बढ़ने के मद्देनजर की जा सकती है।
सेल के चेयरमैन एस के रूंगटा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्टील की कीमतें बढ़ चुकी हैं। ऐसे में घरेलू कंपनियां भी कीमतों में बढ़ोतरी की तैयारी कर रही हैं। भूषण स्टील के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक नीरज सिंघल ने कहा था कि कंपनी जनवरी में फ्लैट और लंबे उत्पादों की कीमतों में 5 से 7 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकती है। (बीएस हिन्दी)

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