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03 अगस्त 2009

निर्यातकों की कमजोर मांग से मेंथा में गिरावट की संभावना

मेंथा तेल में निर्यातकों की मांग कमजोर बनी हुई है। जबकि चालू फसल सीजन में उत्पादक इलाकों में अनुकूल मौसम से पैदावार में बढ़ोतरी हुई है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मेंथा तेल का निर्यात 28 फीसदी गिरा है। हालांकि पिछले दो दिनों में स्टॉकिस्टों की सक्रियता से भाव करीब तीन फीसदी बढ़ गए हैं। जानकारों के अनुसार आगामी दिनों में मेंथा तेल के भाव घटकर 500 रुपये प्रति किलो से भी नीचे जा सकते हैं।एसेंशिएल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष जुगल किशोर ने बिजनेस भास्कर को बताया कि मेंथा तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी को देखते हुए निर्यातकों की मांग कमजोर पड़ गई है।अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रिस्टल बोल्ड के भाव घटकर 12.5 से 13 डॉलर प्रति किलो (सीएंडएफ) रह गए हैं। पिछले डेढ़ महीने में इसमें करीब दो डॉलर प्रति किलो की गिरावट आ चुकी है। जून के मध्य में इसके भाव 14.5 से 15 डॉलर प्रति किलो थे। भाव में गिरावट के बावजूद यूरोप, अमेरिका और चीन के आयातक खरीद नहीं कर रहे हैं। भारतीय मसाला बोर्ड के सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मेंथा उत्पादों का निर्यात 3,450 टन का ही हुआ है जो कि पिछले साल की समान अवधि के 4,775 टन के मुकाबले करीब 28 फीसदी कम है। वित्त वर्ष 2008-09 में देश से मेंथा उत्पादों का कुल निर्यात 20,500 टन का हुआ था।उत्तर प्रदेश मेंथा उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष फूल प्रकाश ने बताया कि चालू सीजन में देश में मेंथा तेल का उत्पादन 30 से 32 हजार टन होने की संभावना है जोकि पिछले साल से ज्यादा है। पिछले साल प्रतिकूल मौसम से मेंथा तेल का उत्पादन घटकर 27-28 हजार टन का ही हुआ था। मेंथा की बुवाई तो पिछले साल भी अच्छी हुई थी लेकिन कटाई के समय उत्पादक क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश होने से मेंथा तेल के उत्पादन में कमी आई थी। अभी तक करीब 50 से 60 फीसदी माल मंडियों में आ चुका है। निर्यातकों की कमजोर मांग और उत्पादन में बढ़ोतरी को देखते हुए आगामी दिनों में इसकी मौजूदा कीमतों में गिरावट की ही संभावना है।संभल स्थित मैसर्स ग्लोरियस केमिकल के डायरेक्टर अनुराग रस्तोगी ने बताया कि उत्पादक मंडियों संभल, चंदौसी और बाराबंकी में मेंथा तेल की दैनिक आवक घटकर 200-250 ड्रमों (एक ड्रम 180 किलो) की रह गई। जिससे पिछले दो दिनों में कीमतों में करीब 12-13 रुपये की तेजी आकर भाव 512-513 रुपये प्रति किलो हो गए। क्रिस्टल बोल्ड के भाव इस समय 600 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं। पिछले दो-तीन दिनों से उत्पादक क्षेत्रों में बारिश होने से आवक प्रभावित हुई है। अत: जैसे ही मौसम साफ होगा, मंडियों में आवक बढ़ जाएगी। वैसे भी आगामी दिनों में त्यौहारी सीजन को देखते हुए किसानों की बिकवाली बढ़ने की उम्मीद है। इसलिए आगामी दिनों में मेंथा तेल की मौजूदा कीमतों में गिरावट के ही आसार है। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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