कुल पेज दृश्य

20 अगस्त 2009

खराब मौसम से इलायची की पैदावार में कमी की आशंका

प्रमुख उत्पादक राज्यों में मई से जुलाई के दौरान बारिश कम होने से इलायची की पैदावार में कमी आने की आशंका है। पिछले साल देश में 12,000 टन इलायची का उत्पादन हुआ था लेकिन चालू सीजन में उत्पादन घटकर 11,000 टन ही रहने की संभावना है। उत्पादक केंद्रों पर नई फसल की आवक शुरू हो चुकी है लेकिन निर्यातकों के साथ घरेलू मांग अच्छी होने से पिछले एक सप्ताह में इलायची की कीमतों में करीब चार फीसदी की तेजी आ चुकी है।मुंबई स्थित इलायची के निर्यातक मूलचंद रुबारल ने बिजनेस भास्कर को बताया कि इस समय खाड़ी देशों की अच्छी मांग बनी हुई है। भारतीय इलायची के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़कर 16 से 20 डॉलर प्रति किलो हो गए हैं। जबकि ग्वाटेमाला की इलायची के भाव 13 से 15 डॉलर प्रति किलो पर बोले जा रहे हैं। भारतीय इलायची की क्वालिटी ग्वाटेमाला के मुकाबले अच्छी होने के कारण भारत से मांग ज्यादा निकल रही है। ग्वाटेमाला के पास पुराना स्टॉक कम बचा हुआ है तथा नई फसल की आवक अक्टूबर-नवंबर महीने में बनेगी। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इलायची के निर्यात में 67 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान देश से 200 टन टन इलायची का निर्यात हुआ है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 120 टन से ज्यादा है। इलायची ग्रोवर्स एसोसिएशन के सचिव के. के. देवसिया ने बताया कि मई, जून और जुलाई महीने में उत्पादक राज्यों केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में सामान्य से काफी कम बारिश हुई थी। जिसका असर नई फसल की पैदावार पर पड़ा है। पिछले साल देश में 12,000 टन इलायची का उत्पादन हुआ था लेकिन सीजन में उत्पादन घटकर 11,000 टन ही रहने की संभावना है। त्यौहारी सीजन होने के कारण इस समय घरेलू मांग भी अच्छी बनी हुई है। नीलामी केंद्रों पर 130 से 140 टन साप्ताहिक इलायची की आवक शुरू हो चुकी है लेकिन अभी बोल्ड क्वालिटी (साढ़े सात और आठ एमएम) के माल की आवक शुरू नहीं हुई है। बोल्ड क्वालिटी की आवक सितंबर के शुरू में बनने की संभावना है। चालू सीजन में पैदावार में तो कमी आएगी ही, साथ ही बकाया स्टॉक भी कम है। पिछले साल इस समय करीब 2500 से 3000 टन का बकाया स्टॉक बचा हुआ था जबकि इस समय मात्र 1000 से 1200 टन का ही स्टॉक बचा हुआ है। इसलिए दिवाली तक इलायची में तेजी का रुख बरकरार रह सकता है।केरल की कुमली मंडी में स्थित मैसर्स अग्रवाल स्पाइसेज के प्रोपराइटर अरुण अग्रवाल ने बताया कि घरेलू और निर्यातकों की मांग से पिछले एक सप्ताह में इलायची की कीमतों में करीब चार फीसदी की तेजी आ चुकी है। नीलामी केंद्रों पर 6.5 एमएम इलायची के भाव बढ़कर 760 से 780 रुपये, 7 एमएम के भाव 800 से 810 रुपये, 7.5 एमएम के 840 से 850 रुपये और 8 एमएम इलायची के भाव 880 से 900 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। (Business Bhaskar....R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: