सरकार ने धान सहित खरीफ (2009-10) की फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की घोषणा तो कर दी है, लेकिन एमएसपी की नीति को ताक पर रखते हुए इसमें करीब दो माह की देरी हुई है। यही नहीं, एमएसपी में की गई बढ़ोतरी इतनी मामूली है कि यह भयावह सूखे से जूझ रहे किसानों की अतिरिक्त लागत की भरपाई करने में नाकाम रहेगी। वैसे तो सरकार ने धान के एमएसपी में 100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का दावा किया है, लेकिन असलियत यह है कि किसान के हाथ में पिछले साल के मुकाबले केवल 50 रुपये प्रति क्विंटल ही अधिक आएंगे। धान की सामान्य किस्म के लिए एमएसपी को 100 रुपये बढ़ाकर 950 रुपये और त्नग्रेड एत्न किस्म के लिए 980 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। पिछले साल सरकार ने इनके एमएसपीपर 50 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस भी दिया था। इसके चलते ये कीमतें पिछले साल किसान को मिले दाम से केवल 50 रुपये प्रति क्विंटल ज्यादा हैं।
दलहन में सिर्फ अरहर एवं मूंग और तिलहन में केवल तिल का एमएसपी बढ़ाया गया है। खरीफ सीजन की बाकी 13 दूसरी फसलों के एमएसपी में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। यह शायद पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में फसलों के एमएसपी को फ्रीज किया गया है। हालांकि, सूखे के चलते इन सभी फसलों की उत्पादन लागत बढ़ी है।
एमएसपी में यह बढ़ोतरी कितनी मामूली है, इसका अंदाजा एक और बात से लगाया जा सकता है। मानसून की बेरुखी के बाद सरकार ने खुद किसानों के लिए डीजल पर एक हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की मदद का ऐलान किया है। इसके अलावा केंद्र की तरफ से दी जाने वाली डीजल पर यह सब्सिडी 50 फीसदी ही है। यानी सरकार को भी इस बात का इलहाम है कि किसानों के लिए फसल की लागत काफी बढ़ी है। भारतीय किसान यूनियन पंजाब के अध्यक्ष और पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन अजमेर सिंह लक्खोवाल का तो आकलन है कि मूल्य सूचकांक से जोड़ने पर धान की लागत 1,520 रुपये प्रति क्विंटल बैठेगी।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में यहां गुरुवार को हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय कमेटी (सीसीईए) की बैठक में लिए गए इन फैसलों की जानकारी गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने संवाददाताओं को दी। उन्होंने कहा, त्नसूखे की आशंका को देखते हुए सरकार उचित कदम उठाएगी। हम कदम दर कदम बढ़ रहे हैं।त्न उन्होंने बताया कि सभी किस्म के धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 100 रुपये प्रति क्विंटल और अरहर के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 300 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है।
सामान्य धान का एमएसपी अब 850 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 950 रुपये और ए ग्रेड के धान का एमएसपी 880 रुपये से बढ़कर 980 रुपये हो गया है। दलहन में अरहर का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,000 रुपये से बढ़ाकर 2,300 रुपये, मूंग का 2,520 रुपये से बढ़ाकर 2,760 रुपये और तिल का एमएसपी 2,750 रुपये से बढ़ाकर 2,850 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। चिदंबरम से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या सरकार फिर से किसानों का कर्ज माफ करने पर विचार कर रही है तो उनका जवाब था, मैं महज पूर्व वित्त मंत्री हूं। मुझे कुछ नहीं मालूम है। (Business Bhaskar)
21 अगस्त 2009
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