21 अगस्त 2009
काजू के निर्यात में 15 फीसदी की गिरावट
वैश्विक आर्थिक मंदी के चलते देश से चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान काजू (करनाल) निर्यात मूल्य की दृष्टि से करीब 14 फीसदी घटकर 963 करोड़ रहा। जबकि मात्रा के लिहाज से इसमें 15 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं दूसरी ओर जुलाई माह के दौरान कच्चे काजू के आयात में वृद्धि हुई है।चालू वर्ष की पहली छमाही के 51,738 टन काजू निर्यात हुआ जो पिछली समान अवधि के मुकाबले करीब 12 फीसदी कम है। दूसरी ओर वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान काजू के उत्पादन में इजाफा हुआ है।केश्यू एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के सचिव शशि वर्मा ने बताया कि भारत से सबसे अधिक काजू का निर्यात संयुक्त राज्य अमेरिका को किया जाता है लेकिन इस बार आर्थिक मंदी के कारण अमेरिका को होने वाले काजू निर्यात में कमी आई है। अमेरिका के अलावा अन्य आयातक देशों ने भी काजू का आयात कम किया है। यही कारण है कि काजू निर्यात में गिरावट आई है। काउंसिल के आंकडों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले चार माह के दौरान 36,084 टन काजू का निर्यात हुआ। पिछली समान अवधि में यह आंकडा़ 42,426 टन पर था। जबकि चालू वर्ष की पहली छमाही के दौरान 51,738 टन काजू का निर्यात हुआ जो पिछली समान अवधि करीब 12 फीसदी कम है। वहीं वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान 1.09 लाख टन काजू का निर्यात हुआ जबकि वित्त वर्ष 2007-08 में यह आंकडा़ 1.14 लाख टन था। इस दौरान सबसे अधिक 36565 टन काजू अमेरिका को निर्यात हुआ। पिछले वित्त वर्ष में 42694 टन काजू निर्यात हुआ था। अमेरिका के बाद 13608 टन नीदरलैंड को, 14100 टन संयुक्त अरब अमीरात को काजू निर्यात हुआ। दूसरी ओर भारत में कच्चे काजू का आयात बढ़ा है। जुलाई माह के दौरान कच्चे काजू का आयात 40 फीसदी बढ़कर 1.19 लाख टन हो गया देश में काजू के उत्पादन में बढ़ोतरी हो रही है। काजू विकास निदेशालय (डीसीसीडी) के अनुसार वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान देश में 6.95 लाख टन काजू का उत्पादन हुआ, इससे पिछले वित्त वर्ष में यह आंकडा़ 6.65 लाख टन था। अमेरिका, यूरोपियन यूनियन, मिडिल ईस्ट, जापान और सिंगापुर आदि भारत के काजू के आयातक देश हैं। (Business Bhaskar)
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