मुंबई June 07, 2010
कीमतें ज्यादा होने की वजह से सोने के आयात में तेज गिरावट आई है। साथ ही मांग में भी कमी आई है। आयात न होने के चलते सोने की कमी की पूर्ति पुराने सोने से हो रही है। निवेशकों की मुनाफावसूली के चलते पुराना सोना पर्याप्त मात्रा में बाजार में आ रहा है। सोने का बाजार भाव आयातित सोने की तुलना में कम से कम 100 रुपये प्रति 10 ग्राम कम है। कीमतों में इस कमी से आयात करना घाटे का सौदा हो गया है। पिछले 4 महीने के औसत आयात की तुलना में इस समय सोने का आयात घटकर महज 30 प्रतिशत रह गया है। मुंबई के जवेरी बाजार के एक कारोबारी ने कहा कि अभी आने वाले दिनों में अगर सोने की कीमतें उच्च स्तर पर बनी रहीं तो कीमतों में और गिरावट आएगी। इस साल के पहले चार महीनों में कुल 222 टन सोने का आयात हुआ, जबकि मई में अनुमानित आयात 17 टन रहा। चालू माह में आयात में और गिरावट आ सकती है। बांबे बुलियन एसोसिएशन के सुरेश हुंडिया ने कहा- आयात घटकर बमुश्किल 250-300 किलो प्रतिदिन रह गया है। पिछले कुछ दिनों से यही हाल है, और बाजार में कोई मांग नहीं है। शादी विवाह की वास्तविक मांग के चलते थोड़ी बहुत मांग बनी हुई है। ऐसी स्थिति में ग्राहक मिश्रित सोने की खरीदारी कर रहे हैं और साथ ही पुराने सोने को बदलकर जेवर बनवा रहे हैं। हुंडिया का अनुमान है कि पूरे देश में प्रतिदिन की पुराने सोने की आपूर्ति 225-250 किलो हो गई है, जिसमें निवेशकों द्वारा बेचा जा रहा गोल्ड बार और सिक्के शामिल हैं। वहीं पुराने सोने की भी बिक्री जरूरतों के चलते हो रही है। वल्र्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) का कहना है, 'स्थानीय उपभोक्ता पुराने सोने की बिक्री से बच रहे हैं। उनको इस बात की चिंता है कि वे आज जिस दर पर सोने की बिक्री कर रहे हैं, आने वाले दिनों में उस भाव सोने की खरीदारी नहीं कर सकेंगे। बहरहाल इस समय कई कारण हैं, जिसकी वजह से लोग पुराने सोने की बिक्री कर रहे हैं। डब्ल्यूजीसी के मुताबिक दो अंकों की महंगाई दर और सोने की कीमतें ज्यादा रहने, कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव से कारोबार पर असर पड़ रहा है। उच्च कीमतों की वजह से भारतीय ग्राहकों को यह अवसर मिल रहा है कि वे प्रयोग किए गए पुराने सोने की बिक्री करें और उन्हें इसके लिए भी प्रोत्साहन मिल रहा है कि पुराने आभूषणों को बदलकर वे नई खरीदारी करें। बहरहाल इस समय स्थानीय बाजार में सोने की कीमतें वैश्विक तेजी की वजह से बढ़ रही हैं। अमेरिका के नौकरियों के आंकड़े निराशाजनक रहे। शुक्रवार को भी सोने में निवेश सुरक्षित होने की वजह से कीमतें बढ़ीं। सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतें इस समय 1220 डॉलर के आसपास पहुंच गई हैं, वहीं मुंबई में कीमतों में 2।5 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है और सोना 18795 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। चांदी की कीमतें 0.3 प्रतिशत गिरी हैं। बुलियन कारोबार के विश्लेषक भार्गव वैद्य ने कहा- निवेशक मुनाफावसूली शुरू कर सकते हैं, वे 50 प्रतिशत मुनाफावसूली कर सकते हैं। वहीं डब्ल्यूजीसी का कहना है कि बाजार में पुराने सोने की कुछ आवक और हो सकती है। (बीएस हिंदी)
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