नई दिल्ली June 14, 2010
कृषि मंत्री शरद पवार ने सोमवार को कहा कि लेवी कोटे के तहत बिक्री के वास्ते मिलों से खरीदी जाने वाली परिशोधित चीनी के लिए मिलों को मिलने वाले भुगतान में बढ़ोतरी की जाएगी। 30 सितंबर को खत्म हो रहे चीनी सत्र में आपूर्ति के लिए उत्पादकों को प्रति किलोग्राम 18 रुपये का भुगतान किया जाएगा। नई कीमतें पूरे फसल वर्ष के लिए लागू होंगी। फिलहाल यह कीमत 13।22 रुपये प्रति किलो ग्राम है। पवार ने यह भी कहा कि सरकार लेवी कोटे को 20 फीसदी से 16 फीसदी करने की भी योजना बना रही है ताकि खुले बाजार में आपूर्ति बढ़ाई जा सके। खाद्य उत्पादों पर मंत्रियों के अधिकार प्राप्त दल की अगली बैठक में इस मसले पर चर्चा की जाएगी।भारतीय मिलों को अपने उत्पादन का 20 फीसदी हिस्सा बाजार कीमत से कम कीमत पर सरकार को बेचना होता है जिसे सरकार लेवी कोटे के तहत गरीबों को बेचती है। मिलें बाकी के 80 फीसदी उत्पादन को बाजार कीमत पर बेच सकती हैं। हर महीने बेची जाने वाली चीनी की मात्रा निर्धारित कर सरकार चीनी बाजार को नियंत्रित करती है।बजाज हिंदुस्तान लिमिटेड और दूसरी मिलों ने चालू सत्र में 100 किलो ग्राम गन्ने के लिए 280 रुपये से भी ज्यादा का भुगतान किया है जो सरकार की ओर से तय कीमत 129.84 रुपये से काफी ज्यादा है। भारत ने गन्ने की कम पैदावार की वजह से पिछले साल भारी मात्रा में कच्ची चीनी का आयात भी किया।पवार ने यह भी कहा कि सरकार चीनी पर आयात शुल्क लगाने की जल्दी में नहीं है। सरकार चीनी पर आयात शुल्क लगाने से पहले 10-15 दिन इंतजार करेगी, हालांकि घरेलू चीनी उद्योग कीमतों में गिरावट को रोकने के लिए लगातार आयात शुल्क लगाने की मांग कर रहा है। पवार ने कहा, 'चीनी के आयात पर शुल्क लगाने के सिलसिले में फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है क्योंकि वैश्विक कीमतें अभी भी बढ़त पर है। लिहाजा हम इसमें जल्दबाजी नहीं दिखाना चाहते हैं। इस पर फैसला 10-15 दिनों में लिया जा सकता है।घरेलू बाजार में चीनी की गिरती कीमतों को रोकने के लिए उद्योग परिशोधित चीनी पर आयात शुल्क लगाने की मांग कर रहा है। चीनी के भाव जनवरी के मध्य में 50 रुपये किलो चल रहे थे, जो फिलहाल 32-33 रुपये किलो तक गिर चुके हैं। आसमान छूती कीमतों पर काबू करने के लिए सरकार ने चीनी के शुल्क मुक्त आयात की इजाजत दी थी। देश ने फरवरी 2009 से अब तक 60 लाख टन से भी ज्यादा चीनी का आयात किया है। वैश्विक स्तर पर परिशोधित चीनी की कीमतें 500 डॉलर प्रति टन चल रही हैं। जून की शुरुआत में कीमतें 485 डॉलर पर चल रही थीं। (बीएस हिंदी)
15 जून 2010
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