28 जून 2010
जुलाई में घटने लगेगी इलायची की कीमत
जुलाई में इलायची के मूल्य में गिरावट आने की संभावना है। अनुकूल मौसम से नए सीजन में इलायची की पैदावार नौ फीसदी बढ़ने की संभावना है। अगले महीने नीलामी केंद्रों पर नई आवक शुरू जाएगी। ऐसे में अगस्त तक मौजूदा कीमतों में करीब 25 फीसदी की गिरावट आने की संभावना है। सैमेक्स एजेंसी के मैनेजिंग डायरक्टर मूलचंद रुबारल ने बिजनेस भास्कर को बताया कि इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय इलायची का भाव 34 से 38 डॉलर प्रति किलो है। लेकिन इन भावों में आयातकों की मांग कमजोर है। आयातक नई फसल को देखते हुए नए आयात सौदे नहीं कर रहे हैं। इसीलिए आगामी दिनों में इसकी कीमतों में करीब तीन से चार डॉलर की गिरावट आ सकती है। उधर ग्वाटेमाला की इलायची का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में 28 से 30 डॉलर प्रति किलो है। ग्वाटेमाला में नई इलायची की आवक अक्टूबर में बनेगी। हाल ही में हुई बारिश से वहां भी नई फसल को फायदा हुआ है। कार्डमम प्लांटर्स एसोसिएशन के अनुसार जूलाई महीने में नीलामी केंद्रों पर नई इलायची की आवक शुरू हो जाएगी। इस समय उत्पादक क्षेत्रों में हो रही बारिश को देखते हुए नए सीजन में इलायची की पैदावार में करीब नौ फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। चालू सीजन में देश में इलायची का उत्पादन 13,000 टन से ज्यादा का हुआ है। मौसम अनुकूल रहा तो नए सीजन में पैदावार बढ़कर 14,200 टन के करीब होने की संभावना है। ऐसे में अगस्त महीने में नीलामी केंद्रों पर आवक का दबाव बनने के बाद इलायची की मौजूदा कीमतों में 450 से 500 रुपये प्रति किलो की गिरावट आने की संभावना है। इस समय नीलामी में 6।5 एमएम की इलायची के भाव 1500-1525 रुपये, 7 एमएम की इलायची के भाव 1600-1630 रुपये, 7.5 एमएम की इलायची के भाव 1680-1700 रुपये और आठ एमएम की इलायची का भाव 1740-1750 रुपये प्रति किलो है। वित्त वर्ष 2009-10 में निर्यात बढ़कर 1,975 टन का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 750 टन इलायची का ही निर्यात हुआ था। (बिज़नस भास्कर.....आर अस राणा)
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