11 जून 2010
दालों का एमएसपी 30फीसदी तक बढ़ा
सरकार ने वर्ष 2010-11 की खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की घोषणा कर दी है। दलहन और तिलहन की खेती को बढ़ावा देने के लिए इनका एमएसपी ज्यादा बढ़ाया गया है। दलहन के एमएसपी में 15 से 30 फीसदी और तिलहन में चार से 9.5 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इनकी तुलना में धान का एमएसपी महज पांच फीसदी बढ़ाया गया है। हालांकि धान किसानों को पिछले साल बोनस के बाद जो भाव मिला था, नया एमएसपी उतना ही है। यानी उन्हें वास्तव में ज्यादा कीमत नहीं मिलेगी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने अरहर का एमएसपी 700 रुपये बढ़ाकर 3,000 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग का 410 रुपये बढ़ाकर 3,170 रुपये और उड़द का एमएसपी 380 रुपये बढ़ाकर 2,900 रुपये कर दिया। इसमें आवक के पहले दो महीनों में सरकारी एजेंसियों को बेचने पर किसानों को 500 रुपये प्रति `िंटल का बोनस भी दिया जाएगा। कैबिनेट कमेटी की बैठक के बाद गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने पत्रकारों को बताया कि धान के समर्थन मूल्य में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। नए सीजन के लिए सामान्य किस्म के धान का एमएसपी 1,000 रुपये और ग्रेड त्नएत्न का 1,030 रुपये प्रति `िंटल होगा। पिछले साल यह क्रमश: 950 और 980 रुपये प्रति `िंटल था, इस पर सरकार ने 50 रुपये प्रति `िंटल का बोनस दिया था। ऐसे में किसानों को धान का खरीद मूल्य पिछले साल के बराबर ही मिलेगा। इस समय अरहर, उड़द और मूंग का थोक भाव मंडियों में तय किए एमएसपी से 2,000 से 3,500 रुपये प्रति `िंटल ऊपर है। लेकिन चूंकि सरकार ने खरीद भाव बढ़ा दिया है इसलिए थोक बाजार में भी इसी आधार पर कीमतों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। हालांकि कीमत इस बात पर भी निर्भर करेंगे कि घरेलू बाजार में इनकी उपलब्धता कितनी है और आयातित भाव क्या हैं। तिलहनों में मूंगफली का एमएसपी 200 रुपये बढ़ाकर 2,300 रुपये कर दिया गया है। सोयाबीन (ब्लैक) और सोयाबीन (पीले) के एमएसपी में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर इसे क्रमश: 1,400 और 1,440 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। सूरजमुखी के समर्थन मूल्य में 135 रुपये की बढ़ोतरी कर इसे 2,350 रुपये प्रति `िंटल कर दिया गया है। इसी तरह से तिल में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 2,900 रुपये और निगर सीड के एमएसपी में 40 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 2,450 रुपये प्रति `िंटल तय किया है। मोटे अनाजों में मक्का, बाजरा और ज्वार (हाइब्रिड) सभी के समर्थन मूल्य में 40 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 840 रुपये प्रति `िंटल तय किया गया है। ज्वार (मालडंडी) के एमएसपी में भी 40 रुपये बढ़ाकर इसका समर्थन मूल्य 900 रुपये प्रति `िंटल कर दिया गया है। कपास का एमएसपी पिछले साल के बराबर ही रखा गया है।एमएसपी में वृद्धि का असरकिसानों परकिसानों के लिए यह राहत की बात है। उन्हें अपनी उपज की ज्यादा कीमत मिल सकेगी। हालांकि खरीफ की मुख्य फसल धान के किसानों को ज्यादा भाव नहीं मिलेंगे। पिछले साल उन्हें 50 रुपये क्विंटल का बोनस भी मिला था। नए एमएसपी में इतने की ही बढ़ोतरी हुई है।आम लोगों परदाल और तेल के दाम पहले ही आसमान छू रहे हैं। एमएसपी बढ़ने का मतलब है कि इनका खरीद मूल्य बढ़ जाएगा। ऐसे में खुदरा में इनकी कीमतों में इजाफा तय है।महंगाई परजिंसों के दाम बढ़ने का असर महंगाई पर भी पड़ना तय है। ऊंचे आधार के कारण मुद्रास्फीति की दर में आने वाले दिनों में कमी आ सकती है लेकिन चीजों के दामों में बढ़ोतरी जारी रहेगी। (बिज़नस भास्कर)
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