28 जून 2010
जनता की जेब पर डीजल की मार
केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में की गई बढ़ोतरी का असर खाद्यान्न की कीमतों पर भी पड़ने लगा है। कारोबारी दलहन, खाद्य तेलों और सब्जियों की कीमतों में पांच से लेकर दस फीसदी तक की बढ़ोतरी करने जा रहे हैं। रोजमर्रा उपभोग की वस्तुएं भी 5 फीसदी तक महंगी होने वाली हैं। फल, दूध, स्टील और सीमेंट के दाम भी इससे अछूते नहीं रहेंगे। ऐसे में दलहन तथा सब्जियों की आसमान छूती कीमतों से पहले से ही परशान आम उपभोक्ता की जेब अब और ढीली हो जाएगी।मालूम हो कि सरकार ने डीजल की कीमत में दो रुपये, पेट्रोल की कीमत में 3।50 रुपये और केरोसीन की कीमत में तीन रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। फेडरशन ऑफ ट्रेडर्स एसोसिएशन दिल्ली के सचिव हेमंत गुप्ता ने बताया कि पेट्रोल, डीजल और केरोसीन की कीमतों में बढ़ोतरी का सीधा असर आम आदमी पर पड़ता है। दरअसल, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से माल भाड़ा बढ़ गया है। इससे खाद्य तेल, दलहन और सब्जियों की कीमतों में पांच से लेकर दस फीसदी तक की बढ़ोतरी तय है। एक तरफ तो सरकार आम आदमी को राहत देने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ वह अकेले चालू वर्ष में ही तीन बार पेट्रो उत्पादों के दाम बढ़ा चुकी है। आजादपुर मंडी के थोक कारोबारी पी एम शर्मा ने बताया कि बारिश न होने से सब्जियों के दाम पहले से ही बढ़े हुए थे। अब सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ा दिए हैं जिसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। हरी सब्जियां इस समय फुटकर में 30-40 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही हंै।पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और उत्तर प्रदेश से आ रही गाड़ियों ने शनिवार को ही भाड़े में बढ़ोतरी कर दी है। दिल्ली के दलहन कारोबारी दुर्गा प्रसाद ने बताया कि राजधानी में दलहनों की आवक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से होती है। ट्रांसपोर्ट कपंनियों ने भाड़े सात से दस फीसदी तक बढ़ा दिए हैं। इस समय उपभोक्ताओं को उड़द दाल के लिए 70-80 रुपये और मूंग दाल के लिए 100-108 रुपये प्रति किलो चुकाने पड़ रहे हैं। आगामी दिनों में इनके दाम और भी बढ़ जाएंगे। पंजाब और हरियाणा के ट्रक ऑपरटरांे ने भी माल भाड़े मंे 10 फीसदी बढ़ोतरी कर दी है। यहां के व्यापारी और उद्योगपति बढ़े माल भाड़े का असर किराना वस्तुओं,फल, सब्जी और दूध के अलावा स्टील, सीमेंट और वाहनों तक की कीमतों में भी इजाफे के रूप में देख रहे हैं। चंडीगढ़ के थोक किराना व्यापारी रविप्रकाश कांसल कहते हैं कि खेतांे से लेकर मंडी और थोक व्यापारी तक पंहुचते-पहुंचते किराना वस्तुआंे पर तीन-चार दफा माल भाड़ा लग जाता है। माल जितनी अधिक दूरी तय करके व्यापारी तक पहुंचेगा, स्वाभाविक है उस पर भाड़े का खर्च उतना ही बढ़ जाएगा। किराना वस्तुओं के दाम 4 से 5 फीसदी बढ़ने की संभावना है। सीमेंट और स्टील के कारोबारी सतभूषण मंगला का कहना है कि बढ़े माल भाड़े के कारण चंडीगढ़ में मंडीगोबिंदगढ़ से आने वाले स्टील और रोपड़ से आने आने वाले सीमेंट पर प्रति 9 टन पर भाड़ा 4000 रुपये से बढ़कर 4500 रुपये हो गया है। चंडीगढ़ मे मारुति के डीलर बकर्ले मोटर्स के बिक्री प्रतिनिधि मनजीत सिंह के मुताबिक गुड़गांव और मानेसर फैक्टरी से चंडीगढ़ के लिए प्रति कार 2000 रुपये का ढुलाई शुल्क ग्राहक से लिया जाता है। डीजल का दाम 2 रुपये लीटर बढ़ जाने से प्रति कार ढुलाई शुल्क अब 2200 से 2400 रुपये होने की संभावना है।भोपाल के किराना व्यवसायियों का कहना है कि ट्रक भाड़े में बढ़ोतरी का असर तीन-चार दिन बाद देखने को मिलेगा। अग्रवाल ट्रेडर्स के अनुपम अग्रवाल ने कहा कि डीजल के दाम बढ़ने से कीमतें तो बढ़ना तय है, लेकिन फिलहाल ये स्थिर हैं। चीनी के टेंडर भाव के बाद प्रति क्विंटल करीब 200 रुपये का खर्च भोपाल तक लाने में होता है, लेकिन अब यह 250 रुपये होगा। अग्रवाल ने कहा कि बीते दो दिनों के दौरान टेंडर भाव प्रति क्ंिवटल 100 से 150 रुपये बढ़े हैं। जमनादास कुंदनदास के संचालक जोनी बाधवानी ने कहा कि आने वाले तीन-चार दिनों में जब माल की डिलीवरी आएगी तभी कीमतें बढ़ने का सही अनुमान लगेगा। हालांकि, तीन से चार फीसदी की वृद्धि तो निश्चित है। अभी हल्दी, जीरा, सौंफ, दाल और चावल सहित सभी वस्तुओं में तेजी का माहौल है। तेजी का प्रमुख कारणमानसून की अनिश्चितता है। मानसून में देरी के कारण व्यापारी माल ज्यादा ले रहे हैं और मांग भी बढ़ रही है। मूलचंद-भूलचंद फर्म के अरुण सोगानी ने कहा कि बीते 15 दिनों में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी तो सिर्फ मसाले और ड्रायफ्रूट में आ गई है। सोगानी ने कहा कि पेट्रो मूल्य बढ़ने के कारण तीन से चार फीसदी की महंगाई आने वाले चार दिनों में दिखाई देगी।(इनपुट : दिल्ली से आर.एस. राणा, चंडीगढ़ से हरीश मानव, जयपुर से प्रमोद कुमार शर्मा, लुधियाना से नरेश बातिश, भोपाल से धर्मेन्द्र ¨सह भदौरिया)पंजाब में चीनी समेत कई वस्तुएं महंगी पंजाब व हरियाणा के व्यापारी और उद्योगपति बढ़े माल भाड़े का असर किराना वस्तुओं, फल, सब्जी और दूध के अलावा स्टील, सीमेंट और वाहनों तक की कीमतों में भी बढ़ोतरी के रूप में देख रहे हैं। चीनी 300 रुपये क्विंटल तक महंगी कर दी गई है।दिल्ली में दलहन समेत कई पदार्थ महंगेपड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और उत्तर प्रदेश से आ रहे ट्रकों ने शनिवार से ही भाड़े बढ़ा दिए हैं। इस वजह से दिल्ली में खाद्य तेल, दलहन और सब्जियों की कीमतों में पांच से लेकर दस फीसदी तक की बढ़ोतरी तय है। एमपी में महंगाई बढ़ेगी 4फीसदी तकट्रक भाड़े में बढ़ोतरी का असर तीन-चार दिन बाद देखने को मिलेगा। इसका असर चीनी के दाम पर भी पड़ेगा। मूलचंद-भूलचंद फर्म के अरुण सोगानी ने कहा कि आने वाले चार दिनों में तीन से चार फीसदी की महंगाई दिखाई देगी।राजस्थान में वस्तुएं होंगी 5 फीसदी तक महंगी फेडरशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री के महामंत्री प्रेम बियानी का कहना कि पेट्रो उत्पादों की मूल्यवृद्धि से दैनिक उपयोग की सभी वस्तुओं की कीमतें पांच फीसदी तक बढ़ने की आशंका है। कीमतों में बढ़ोतरी इस सप्ताह से दिखाई देने लग जाएगी। (बिज़नस भास्कर.........)
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