14 जून 2010
श्रीराम बायोसीड लाएगी अरहर के हाइब्रिड बीज
निजी बीज कंपनियां अब दलहन के भी हाइब्रिड (संकर) बीज लाने की तैयारी कर रही हैं। श्रीराम बायोसीड जेनेटिक्स इंडिया लिमिटेड के निदेशक (शोध) डॉ। परश वर्मा ने बताया कि कंपनी अरहर के हाइब्रिड बीज लांच करने जा रही है। चालू बुवाई सीजन में किसानों को अरहर के हाइब्रिड बीज परीक्षण के लिए उपलब्ध कराएगी। इसका प्रति हैक्टेयर उत्पादन करीब 35 से 40त्न ज्यादा होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि कॉटन और धान के बजाय देश में दलहन का क्षेत्रफल काफी कम है। इसलिए कंपनियां अभी तक दलहन के बीजों में कम रुचि ले रही थी। लेकिन आगामी दिनों में दलहन के हाइब्रिड बीज में और कंपनियों के आने की संभावना है। उत्तर भारत में कॉटन के बीजों की कुल बिक्री में कंपनी का करीब 20 फीसदी हिस्सा है। जबकि कुल बीज कारोबार में कंपनी की हिस्सेदारी पांच से आठ फीसदी है। उन्होंने बताया कि कपंनी का कुल कारोबार बढ़कर 205 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले साल की तुलना में करीब 35-40 फीसदी ज्यादा है। कारोबार में बढ़ोतरी का प्रमुख कारण कंपनी के नए हाइब्रिड बीजों की भारी बिक्री होना है। निजी बीज कपंनियों का कुल कारोबार 6,500 से 7,000 करोड़ रुपये है। वर्मा के अनुसार कंपनी मक्का का नया हाइब्रिड बीज बाजार में लांच कर रही है, इससे किसान कम बारिश वाले क्षेत्रों में भी ज्यादा पैदावार ले सकते हैं। इसके अलावा उत्तर भारत के किसानों के लिए बासमती में बसंती के नाम से नया हाइब्रिड बीज बाजार में उतारा है। सब्जियों में बैंगन, लौकी और करला के हाइब्रिड बाजार में कंपनी ने लांच किए हैं।कंपनी ने कॉटन का हाइब्रिड बीज कॉटन-6558 बाजार में पेश किया है इसके अलावा बंटी हाइब्रिड नाम का बीज सेंट्रल जोन के लिए लांच गया है। सब्जियों के बीजों में कंपनी की बिक्री में 10 से 12 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है। खाद्यान्न के मुकाबले सब्जियों का क्षेत्रफल कम है। वर्मा का दावा है कि हाइब्रिड बीजों से जहां किसानों को प्रति हैक्टेयर उत्पादन ज्यादा मिलता है वहीं इसमें रोगों से लड़ने की क्षमता भी ज्यादा होती है। इसीलिए किसान अब पारपंरिक बीजों के बजाय हाइब्रिड बीजों को अपना रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल कॉटन किसानों को फसल के अच्छे दाम मिले थे। इसलिए चालू सीजन में कॉटन के बुवाई क्षेत्रफल में ज्यादा होगी। हालांकि आलू और सोयाबीन की बुवाई घटने की आशंका है। (बिज़नस भास्कर,....आर अस राणा)
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