14 जून 2010
निर्यात घटने से मेंथा तेल में गिरावट की संभावना
निर्यातकों की मांग घटने से मेंथा तेल और क्रिस्टल बोल्ड की कीमतों में गिरावट की संभावना है। नई फसल को देखते हुए अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों के आयातकों की मांग कम हो गई है। हालांकि नई फसल का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले करीब 15-20 फीसदी कम होने का अनुमान है। लेकिन आवक बढ़ने से आगामी दिनों में मौजूदा कीमतों में पांच-सात फीसदी की गिरावट आ सकती है। एसेंशियल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष जुगल किशोर ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रिस्टल बोल्ड का दाम 20 से 20।50 डॉलर प्रति किलो (सीएंडएफ) है। लेकिन नई फसल को देखते हुए अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों की मांग पहले की तुलना में कम हो गई है। इसीलिए घरेलू बाजार में पिछले एक सप्ताह में ही मेंथा तेल के दाम करीब 50 रुपये घटकर 800-810 रुपये प्रति किलो रह गए हैं। उत्तर प्रदेश मेंथा उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष फूल प्रकाश ने बताया नई सीजन में मेंथा तेल के उत्पादन में 15 से 20 फीसदी की कमी आने का अनुमान है। पिछले साल मेंथा तेल का करीब 32-33 हजार टन का उत्पादन हुआ था। लेकिन वर्ष 2010 में उत्पादन घटकर 27-28 हजार टन ही होने की संभावना है। राज्य सरकार के सूत्रों के अनुसार मेंथा की बुवाई उत्तर प्रदेश में 15 फीसदी घटकर 1.70 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। हालांकि इस समय उत्पादक मंडियों में करीब चार-पांच हजार टन मेंथा तेल का बकाया स्टॉक भी बचा हुआ है। अगर मौसम अनुकूल रहा तो जुलाई महीने में आवक का दबाव बनने पर कीमतों में पांच से सात फीसदी की गिरावट आ सकती है। संभल स्थित मैसर्स ग्लोरियस केमिकल के डायरक्टर अनुराग रस्तोगी ने बताया कि प्रमुख उत्पादक मंडियों संभल, रामपुर, चंदौसी और बाराबंकी में दैनिक आवक 200-250 ड्रमों (प्रति ड्रम 170 किलो) की हो रही है। लेकिन निर्यातकों के साथ ही घरेलू फार्मा कंपनियों की कमजोर मांग से चंदौसी में मेंथा तेल का भाव घटकर शुक्रवार को 800-810 रुपये प्रति किलो रह गया। क्रिस्टल बोल्ड का भाव इस दौरान घटकर 880-800 रुपये प्रति किलो बोला गया। हालांकि इस साल दाम पिछले साल से काफी ज्यादा हैं। मालूम हो कि पिछले साल नई फसल के समय मेंथा तेल का भाव 580-590 रुपये प्रति किलो था। निवेशकों की मुनाफावसूली से मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर जुलाई महीने के वायदा अनुबंध में पिछले पांच दिनों में 4.2 फीसदी की गिरावट आई है। सात जून को जुलाई महीने के वायदा अनुबंध में मेंथा तेल का भाव 699 रुपये प्रति किलो था जोकि शुक्रवार को घटकर 765 रुपये प्रति किलो रह गया। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार वित्त वर्ष 2009-10 के (अप्रैल से फरवरी) के दौरान मेंथा उत्पादों का निर्यात घटकर 15,425 टन का ही हुआ है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में 18,850 टन का निर्यात हुआ था।बात पते कीनई फसल को देखते हुए अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों के आयातकों की मांग कम हो गई है। आवक बढ़ने से आगामी दिनों में मौजूदा कीमतों में पांच-सात फीसदी की गिरावट आ सकती है। बिज़नस भास्कर...आर अस Raana)
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