कोच्चि June 04, 2010
वैश्विक प्राकृतिक रबर बाजार में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए चीन ने अपनी कोशिशें तेज कर ही है। प्राकृतिक रबर उत्पादक देशों में चीन बहुत तेजी से पट्टे पर जमीन ले रहा है। खासकर चीन ने आसियान के मुक्त व्यापार क्षेत्र में अपनी गतिविधियां बढ़ा दी है। चीन सरकार इसे दीर्घावधि योजना के तहत आगे बढ़ा रही है, जिससे घरेलू बाजार में प्राकृतिक रबर की मांग पूरी की जा सके। साथ ही उसकी कोशिश यह भी है कि वैश्विक रबर कारोबार में पकड़ मजबूत हो सके। चीन में प्राकृतिक रबर की खेती करीब 9 लाख हेक्टेयर में होती है, वहीं चीन की कैप्टिव कल्टिवेशन का रकबा 8।82 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है और इसमें धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है। सरकार की कोशिश है कि रबर आधारित स्थानीय उद्योगों को आपूर्ति सुनिश्चित हो सके और नीतियों का जल्द परिणाम आए।गुआंगडांग गुआंगकेन रबर ग्रुप कंपनी के अध्यक्ष लू लिनहान के मुताबिक चीनी कंपनियां आसियान क्षेत्र में हजारों एकड़ जमीन पर रबर की खेती कर रही हैं। इन देशों में मुख्य रूप से थाइलैंड, मलेशिया, म्यामार, लाओस, कंबोडिया और कैमरून शामिल हैं। चीन में रबर की खेती के लिए जगह कम है और मांग को पूरा करना मुश्किल साबित हो रहा है। इसके साथ ही चीन में अन्य रबर उत्पादक देशों की तुलना में रबर की उत्पादकता भी कम है। इन दो महत्वपूर्ण कारणों की वजह से चीन की नीतियों में बदलाव हुआ है और चीन की कंपनियों को अन्य देशों में पट्टे पर जमीन लेकर खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। चीन में रबर उत्पादन करने वाली प्रमुख कंपनियां- गुआनडांग, नांगकेन, युन्नान नांगकेन, मेंगलियान फार्म, बीजिंग सिल्वर रबर यूनाइटेड कंपनी, सिनोकेम इंटरनैशनल कार्पोरेशन और वेईहाई हुएयुए कंस्ट्रक् शन ऐंड डेवलपमेंट कंपनी आसियान देशों में रबर की खेती में लगी हुई हैं। जमीन को पट्टे पर लेने के साथ साथ कंपनियां रबर उत्पादक देशों में जमीन का अधिग्रहण भी कर रही हैं। साथ ही वे विदेशी कंपनियों का अधिग्रहण और संयुक्त उद्यम भी बनाने का काम कर रही हैं। गुआंगडांग नांगकेन ने अब मलेशिया में पौध केंद्र विकसित किया है, जिसमें वार्षिक पौध उत्पादन 15 लाख है। उत्पादन के साथ साथ चीनी कंपनियों ने प्राकृतिक रबर उत्पादक देशों में प्रसंस्करण इकाइयां भी स्थापित की है। (बीएस हिंदी)
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