कोलकाता June 02, 2010
सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि यूरो क्षेत्र के संकट और आर्थिक अनिश्चितता के बीच आभूषणों की बिक्री में कमी आ सकती है।मंगलवार को दिल्ली में सोने की कीमतें 19000 रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गईं। कीमतों को शादी-विवाह के मौसम का भी समर्थन मिला। सोने के आभूषण का खुदरा कारोबार करने वाले कारोबारियों ने संकेत दिया कि सोने की बढ़ती कीमतों से उपभोक्ता शुद्ध सोने की खरीदारी से दूर हो सकते हैं। इससे मात्रा के आधार पर बिक्री में कमी आ सकती है। इसके बजाय, उम्मीद की जा रही है कि ग्राहक हीरों के आभूषण की ओर आकर्षित होंगे और इसके कारोबार में आने वाले महीनों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी। गीतांजलि समूह के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मेहुल चौक्सी ने कहा- मात्रा के आधार पर सोने की खपत घटेगी, लेकिन हीरों के आभूषण के लिए यह बेहतर समय होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि हीरों के आभूषण के कारोबार में 35-40 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। आल इंडिया जेम्स ऐंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरेशन के वाइस चेयरमैन बचराज बामालवा ने कहा कि शुद्ध सोने के आभूषणों की बिक्री कीमतों में बढ़ोतरी के चलते घट रही है। कीमतों में तेजी के चलते बिक्री में 15 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है। उन्होंने कहा- भविष्य में कीमतों में और तेजी आ सकती है और इस साल के अंत तक सोना 22,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच सकता है।विश्लेषकों ने कहा कि यूरो जोन में संकट के साथ चीन की मौद्रिक नीति कड़ी होने के चलते वैश्विक निवेशक भ्रम में हैं और वे निवेश को लेकर सावधानी बरत रहे हैं। यही कारण है कि सोने की ओर आकर्षण बढ़ा है और निवेशक इसे सुरक्षित मान रहे हैं। ऐंजल ब्रोकिंग के अमर सिंह ने कहा- अगले 3-4 महीनों में सोने की कीमतें 20,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच सकती हैं। सोने की कीमतों में तेजी का असर भारत के स्वर्ण आभूषण निर्यात पर भी पडऩे की उम्मीद है। जेम्स ऐंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के क्षेत्रीय प्रमुख पंकज पारेख ने कहा कि विदेशी खरीदार सस्से विकल्पों की ओर जा सकते हैं। उन्होंने कहा- अगर यह स्थिति जारी रही तो निर्यात पर असर पड़ेगा। पहले ही दुबई जैसी जगहों पर शुद्ध सोने के आभूषणों की बिक्री घट गई है, जो भारतीय निर्यातकों के लिए अहम बाजार है। वल्र्ड गोल्ड काउंसिल ने अभी हाल ही में अपनी रिपोर्ट में कहा था कि 2010 में सोने की मांग अच्छी रहेगी। इसकी वजह यह है कि चीन और भारत में आभूषणों की मांग तेज रहने की उम्मीद है और यूरोप और अमेरिका में निवेश के लिए सोने की मांग बढ़ेगी, क्योंकि इन देशों में आॢथक अनिश्चितता है। (बीस हिंदी)
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