07 जून 2010
पंजाब में वनस्पति घी इकाइयों पर छाया संकट
पंजाब में वनस्पति घी का उत्पादन कर रही इकाइयां बंद होने के कगार पर हैं। पंजाब में पिछले कुछ वषों में ऐसी इकाइयों की संख्या 22 से घटकर 6 रह गई है। राजपुरा मे गगन ब्रांड से वनस्पति घी का उत्पादन करने वाली अमृत वनस्पति लिमिटेड को छोड़कर पंजाब की अन्य इकाइयां बंद होने की कगार पर हैं। ये इकाइयां अपनी क्षमता के मुकाबले 10 से फ्क् फीसदी तक ही उत्पादन कर पा रही हैं। उद्यमियों के मुताबिक बंदरगाहों के नजदीक वनस्पति इंडस्ट्री स्थापित होने के चलते वहां से सस्ता तैयार माल ही यहां पहुंच रहा है। जिससे पंजाब की इकाइयों का कारोबार पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। पंजाब वनस्पति घी मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष बठिंडा वनस्पति के एमडी राजिंद्र मित्तल के मुताबिक बंदरगाहों के नजदीक स्थापित हो चुकी वनस्पति घी इंडस्ट्री ज्यादा सस्ता माल पंजाब मे उपलब्ध करवा रही है। ऐसे में यहां की इंडस्ट्री प्रतिस्पर्धा में पिछड़ रही है। मित्तल का कहना है कि वे अपने यूनिट में अन्य खाद्य तेलांे के उत्पादन करने की योजना बना रहे हैं। पंजाब की इंडस्ट्री पहले घरेलू फसलों के जरिये ही वनस्पति घी तैयार कर रही थी। लेकिन बढ़ते खाद्य तेल आयातों ने कारोबार ठप कर दिया है। देश में वर्ष 2002 में करीब 15 लाख टन खाद्य तेलों का आयात होता था जो अब बढ़कर 85 लाख टन तक पहुंच गया है। जिसका फायदा बंदरगाहों पर स्थापित हो रही इंडस्ट्री को मिल रहा है। पंजाब मे चल रही वनस्पति घी की इकाइयों मे राजुपरा मे अमृत वनस्पति, बठिंडा में बठिंडा वनस्पति, पायनियर इंडस्ट्री पठानकोट, राज एग्रो इंडस्ट्री लुधियाना, संगरुर वनस्पति संगरुर और अबोहर में एक वनस्पति इकाई चल रही है। राज एग्रो के एमडी संजय बंसल के मुताबिक बाहरी राज्यों से आ रहे वनस्पति घी की कीमत यहां के मुकाबले 200 रुपये क्विंटल सस्ता है। पंजाब में वनस्पति घी पर 5।5 फीसदी वैट लगा हुआ है। वनस्पति घी इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा के चलते पंजाब की इकाइयां कहीं खड़ी नहीं हो पा रही है। इससे एक के बाद एक इकाई बंद होती जा रही है। घी कारोबार से जुड़े संजय वरमानी के मुताबिक पंजाब में जो वनस्पति इकाइयां चल रही हैं उनमंे प्रत्येक की मासिक उत्पादन क्षमता 100 टन से लेकर 400 टन तक की है लेकिन इनका उत्पादन 10 से 15त्न तक ही रह गया है। बंदरगारों से तेल लाने पर ट्रांसपोर्टेशन खर्च के अलावा वैट का भी बोझ पड़ रहा है।इसके चलते ये अपना कारोबार समेट रही हैं।बात पते कीहालात यह है कि राजपुरा मे गगन ब्रांड से वनस्पति घी का उत्पादन करने वाली अमृत वनस्पति लिमिटेड को छोड़कर पंजाब की अन्य इकाइयां बंद होने की कगार पर हैं। (बिज़नस भास्कर)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें