21 सितंबर 2010
ग्राहकों को नसीब नहीं हो रही सस्ती दाल
चालू खरीफ में बुवाई में बढ़ोतरी से दालों का उत्पादन बढऩे की संभावना है। इसीलिए आयातित दालों की कीमतों में पिछले तीन महीने में 85 से 350 डॉलर प्रति टन तक की गिरावट आ चुकी है। घरेलू बाजार में थोक में दालों के दाम महीने भर में ही 400-800 रुपये प्रति क्विंटल तक घट चुके हैं। लेकिन इसका फायदा आम उपभोक्ता को नहीं मिल पा रहा है। फुटकर बाजार में अब भी दालें थोक के मुकाबले डेढ़ से दोगुने दाम पर मिल बिक रही हैं।रिटेल स्टोर पर उड़द की दाल 95 रुपये प्रति किलो तक बिक रही है जबकि थोक बाजार में इसका दाम 57 रुपये प्रति किलो है। इसी तरह से मूंग धूली का भाव रिटेल में 96 रुपये प्रति किलो है जबकि थोक में इसका भाव 48 रुपये प्रति किलो है। मसूर दाल रिटेल स्टोर पर 57 रुपये प्रति किलो बिक रही है जबकि थोक में इसका भाव 36 रुपये और अरहर दाल रिटेल स्टोर पर 75 रुपये प्रति किलो बिक रही है लेकिन थोक में इसका भाव 60 रुपये प्रति किलो है। दलहन के थोक कारोबारी निशांत मित्तल ने बताया कि दालों के दाम थोक में घटे हैं लेकिन रिटेल में अभी ऊंचे बने हुए हैं। दिल्ली थोक बाजार में अरहर दाल का भाव घटकर 6,000 रुपये, मूंग धोया का 4,800 रुपये, उड़द का 5,700 रुपये और मसूर लाल दाल का घटकर 3,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गया है। पिछले महीने भर में इनके दाम 400 से 800 रुपये प्रति क्विंटल तक घट चुके हैं। गुलबर्गा स्थित ग्लोबल दाल इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर चंद्रशेखर एस नादर ने बताया कि खरीफ में उड़द और मूंग के साथ अरहर का उत्पादन बढऩे की संभावना है। इसीलिए उत्पादक मंडियों में दालों की कीमतों में मंदा आया है। गुलबर्गा मंडी में उड़द के भाव घटकर 3,000 से 4,000 रुपये और अरहर के 3,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। मसूर का भाव बरेली और इंदौर मंडी में घटकर 3,340 से 3,500 रुपये और मूंग का कानपुर और इंदौर मंडी में घटकर 4,000 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। मुंबई के दलहन आयातक भावेन भाई ने बताया कि खरीफ में अच्छे उत्पादन की उम्मीद से आयातक नए आयात सौदे नहीं कर रहे हैं। इस समय केवल सार्वजनिक कंपनियां आयात कर रही हैं। मांग घटने से आयातित दालों की कीमतों में पिछले तीन महीने में 85 से 350 डॉलर तक की गिरावट आई है। जून में लेमन अरहर का भाव 950 डॉलर प्रति टन था जबकि इस समय भाव घटकर 800 डॉलर प्रति टन रह गया है। इसी तरह से उड़द एफएक्यू का 1,085 डॉलर से घटकर 1,000 डॉलर और मूंग पेड़ीसेवा का भाव 1,300 डॉलर से घटकर 950 डॉलर प्रति टन रह गया है। म्यामंार में उड़द का करीब दो लाख टन, मूंग का डेढ़ लाख टन और अरहर का 60 हजार टन का स्टॉक बचा हुआ है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में दलहन की बुवाई बढ़कर 110.08 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 90.57 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। (Business Bhaskar....aar as raana)
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