20 सितंबर 2010
बीजो की बिक्री बढऩे की संभावना
अच्छे मानसून से रबी सीजन में बीज कंपनियों को बिक्री 20 फीसदी बढऩे की संभावना है। चालू मानसून सीजन में देश के ज्यादातर राज्यों में बारिश सामान्य से ज्यादा हुई है। इससे बीज कंपनियों ने रबी सीजन की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। चालू महीने के आखिर में बीज की मांग शुरू हो जायेगी तथा अक्टूबर में बिक्री में अच्छी बढ़ोतरी की संभावना है। रासी सीड प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ डॉक्टर अरविंद कपूर ने बिजनेस भास्कर को बताया कि अच्छे मानसून से रबी सीजन में 20 फीसदी बीज की बिक्री बढऩे की संभावना है। सितंबर महीने में हुई बारिश से खेतों में नमी की मात्रा ज्यादा है। उम्मीद है कि चालू महीने के आखिर में सब्जियों के साथ रबी फसलों के बीजों की मांग निकलनी शुरू हो जायेगी तथा अक्टूबर में मांग में अच्छी बढ़ोतरी की संभावना है। उन्होंने बताया कि खरीफ सीजन में कॉटन और धान के बीजों की बिक्री में करीब 15 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। महाराष्ट्र हाईब्रिड सीड कंपनी लिमिटेड (म्हइिको) के नेशनल बिजनेस मैनेजर जी आर पटेल ने बताया कि बारिश ज्यादा हुई है इससे खासकर के सब्जियों के बीजों की मांग में ज्यादा बढ़ोतरी होगी। सब्जियों के बीजों का देश में सालाना करीब 1,600 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। इसमें प्राइवेट कंपनियों की हिस्सेदारी करीब 50 फीसदी की है। किसान अब हाइब्रिड बीजों की ज्यादा मांग कर रहे हैं क्योंकि हाइब्रिड बीजों से प्रति हैक्टेयर उत्पादन ज्यादा होता है। सब्जियों के बीजों की मांग चालू महीने में शुरू हो जायेगी। पिछले साल के मुकाबले इस बार रबी में कंपनी को 18 से 20 फीसदी बिक्री में बढ़ोतरी की संभावना है। उन्होंने बताया कि खरीफ में कॉटन और धान के बीजों की बिक्री में भी 15 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सनग्रो सीड लिमिटेड के नेशनल सेल्स मैनेजर एल के पांड़े ने बताया कि अप्रैल से जून तक बारिश न होने से खरीफ में सब्जियों के बीजों की बिक्री में कमी आई थी। लेकिन जुलाई से अभी तक खासकर के उत्तर और दक्षिण भारत में हुई अच्छी बारिश से रबी में सब्जियों के बीजों की बिक्री में 20 से 25 फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है। गंगा कावेरी सीड प्राइवेट लिमिटेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रबी में बीजों की बिक्री पिछले साल की तुलना में 10 से 15 फीसदी तक बढ़ सकती है। चालू खरीफ में कॉटन के बीजों की कुल बिक्री बढ़कर करीब 3.40 करोड़ पैकेट की हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 3.10 करोड़ पैकेट से ज्यादा है। इसमें कंपनी की हिस्सेदारी करीब 50 लाख पैकेट की है। (Business Bhaskar....aar as raana)
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