17 सितंबर 2010
काफी तेजी से बढ़ रही है डायमंड ज्वैलरी की मांग
अहमदाबाद : भारतीय डायमंड ज्वैलरी उद्योग को आजकल अमीर कद्रदानों से बड़ा सहारा मिल रहा है। 5 लाख से महंगी डायमंड ज्वैलरी की मांग 50 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रही है। इससे डायमंड उद्योग में नई चमक आ गई है। 20,000 करोड़ रुपए के भारतीय डायमंड उद्योग की मौजूदा वृद्धि दर 20 फीसदी है। महंगे डायमंड के जेवरात पर ज्यादा मार्जिन मिलता है। छोटे शहरों में भी डायमंड के कददानों की संख्या बढ़ी है। देश के टॉप फाइव ज्वैलरी रीटेलर में शामिल गीतांजलि जेम्स ने पिछले सालभर में पांच लाख से ज्यादा कीमत वाले डायमंड के कई गहनों की बिक्री की है। पिछले कारोबारी साल में कंपनी की आमदनी 3,500 करोड़ रुपए थी। महंगी ज्वैलरी कारोबार में कंपनी की हिस्सेदारी बढ़कर 15 फीसदी हो गई है। गीतांजलि जेम्स के चेयरमैन मेहुल चोकसी ने बताया, 'भारत में लोगों के हाथ में पैसा बढ़ रहा है। ऐसे में अमीर लोग महंगी डायमंड ज्वैलरी ज्यादा खरीद रहे हैं। यह निवेश का जरिया भी बन गया है।' ज्वैलरी रीटेलरों का कहना है कि ज्यादा पैसा हाथ में आने पर लोग शादियों में ज्यादा खर्च करेंगे और इसके चलते ज्वैलरी की मांग बढ़ेगी। मेहुल चौकसी ने बताया, 'करीब 60 फीसदी महंगी डायमंड ज्वैलरी शादी के लिए खरीदी जाती है। आजकल उच्च-मध्यमवर्गीय परिवारों की शादियों में डायमंड सेट देने का चलन बढ़ गया है। डायमंड पर ग्राहकों का भरोसा बढ़ रहा है। ऐसे में यह कारोबार आने वाले वक्त में 50 फीसदी की रफ्तार से बढ़ सकता है।' सुराज डायमंड्स की रीटेल चेन फोरएवर ज्वैलरी के टर्नओवर में महंगी ज्वैलरी का 40 फीसदी योगदान है। अगर कंपनी की सालाना वृद्धि दर 30 फीसदी है तो महंगे सेगमेंट की वृद्धि दर 50 फीसदी है। अहमदाबाद, सूरत, पुणे, नागपुर, हैदराबाद, गुड़गांव, लखनऊ, वडोदरा, कोचीन, इलाहाबाद, लुधियाना और अमृतसर जैसे शहरों में ऐसे जेवरात की काफी मांग है। फोरएवर के एमडी जय बेगानी ने बताया कि 5 लाख से महंगी ज्वैलरी खरीदने वाले ग्राहक एक्सक्लूसिव डिजाइन ज्यादा पसंद करते हैं, इसलिए कंपनी अपने सभी स्टोरों में डिजाइन गैलरी खोलने की योजना बना रही है। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) को भी मांग में भारी मजबूती दिखाई दे रही है। काउंसिल के मार्केटिंग संयोजक संजय कोठारी के मुताबिक, कारोबार में असल बढ़ोतरी मिडिल रेंज की ज्वैलरी (1 लाख से 5 लाख) में हो रही है। उन्होंने बताया, 'इन दिनों भारतीय युवा विश्व में हर जगह घूमने जा रहे हैं। वह वहां जाकर देखते हैं कि दुनिया भर में लोगों में डायमंड ज्वैलरी को लेकर दीवानगी है। ये लोग भारत आकर वैसे ही जेवरात खरीदना चाहते हैं। इससे उद्योग को घरेलू मार्केट में अपना कस्टमर बेस बढ़ाने में मदद मिलती है।' काउंसिल के अधिकारी ने बताया कि छोटे शहरों के ज्वैलर भी अपने यहां डायमंड ज्वैलरी रखने लगे हैं। ज्वैलरी इंडस्ट्री के सूत्रों के मुताबिक, अर्थव्यवस्था में मजबूती, मंदी के बाद वेतन में बढ़ोतरी, कृषि सेक्टर में तेजी और सोने की कीमत नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने से डायमंड ज्वैलरी की मांग बढ़ रही है। मुंबई की किया लाइफस्टाइल प्राइवेट लिमिटेड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) के गौतम गुलाटी ने बताया, 'पहले सिर्फ कारोबारी ही 5 लाख से ज्यादा कीमत वाली डायमंड ज्वैलरी खरीदते थे। अब चार्टर्ड एकाउंटेंट, डॉक्टर, आईटी और फार्मा सेक्टर के प्रोफेशनल्स को ऐसे जेवरात खरीद रहे हैं। हालांकि यह भी देखने को मिल रहा है कि जो लोग महंगी डायमंड ज्वैलरी खरीद रहे हैं, वे दूसरे लग्जरी आइटम पर भी पैसा खर्च करते हैं। ज्यादातर लोग दोबारा डायमंड ज्वैलरी खरीद रहे हैं।' किया लाइफस्टाइल के मुंबई, दिल्ली और अहमदाबाद में 6 स्टोर हैं। कंपनी की महंगी ज्वैलरी का कारोबार दोहरे अंकों से बढ़ रहा है। गुलाटी ने बताया, 'हम अलग-अलग शहरों के करीब 40 ज्वैलरों को डायमंड ज्वैलरी की आपूर्ति कर रहे हैं। इनमें 5 लाख से महंगी ज्वैलरी भी शामिल है। छोटे शहरों में मांग बढ़ने से यह संभव हो पाया है।' (ET Hindi)
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