22 सितंबर 2010
पत्ता लपेट ने मचाई तबाही
भास्कर न्यूज & इस्माइलाबादप्रकृति का कहर इस वर्ष किसानों की फसल पर बुरी तरह से बरस रहा है। पहले फसल दो बार बाढ़ की चपेट में आ चुकी है। अब रही सही कसर बासमती धान पत्ता लपेट की बीमारी पूरी कर रही है। धगडौली के किसान धर्मसिंह, नैसी के सोनू शर्मा, जंधेड़ी के शीशपाल पाली, प्रेमचंद, राजेश कुमार, महिंद्र सिंह थांदड़ा, धर्मवीर दानीपुर, जलवेहड़ा के अनवर खान आदि ने बताया कि पहले तो बाढ़ के कारण उनकी फसलें नष्ट हो चुकी थी। दोबारा खर्च करके बासमती धान लगा दी थी। अब यह फसल पत्ता लपेट व तेले जैसी बीमारी की चपेट में आ चुकी है। अधिक पानी से धान की जड़ नरम हो जाने से तेले जैसी बीमारीने धान की फसल को अपनी पकड़ में ले लिया है। तेला नामक यह कीड़ा फसल की जड़ों का रस चूसकर उसे कमजोर कर देता है। जिससे पौधा सूखकर नीचे गिर जाता है। कीटनाशक दवा का भी लाभ नहीं हो रहा है। किसानों ने कृषि अधिकारियों से मांग की कि वे क्षेत्र का दौरा कर बीमारी का पता लगा उपचार बताएं। किसानों में इस बीमारी को लेकर फसल खराब होने की आशंका से निराश हैं । (Dainik Bhaskar)
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