नई दिल्ली September 02, 2010
चीनी उद्योग ने तेल विपणन कंपनियों को करीब 100 करोड़ लीटर एथेनॉल की आपूर्ति करने की पेशकश की है। कंपनियों को पेट्रोल में मिलाने के लिए एथेनॉल चाहिए। दरअसल सरकार ने पेट्रोल में 5 फीसदी एथेनॉल मिलाना जरूरी कर दिया है।तेल विपणन कंपनियों ने 105 करोड़ लीटर एथेनॉल की आपूर्ति के लिए निविदाएं मंगाई थी। रेणुका शुगर्स ने सबसे अधिक 12 करोड़ लीटर जबकि बजाज हिंदुस्तान ने 10 करोड़ लीटर एथेनॉल आपूर्ति करने की पेशकश की है।बलरामपुर चीनी ने 4 करोड़ लीटर एथेनॉल के लिए पेशकश की है। ये कंपनियां मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह द्वारा तय किए गए अंतरिम दाम 27 रुपये प्रति लीटर पर एथेनॉल की आपूर्ति करेंगी। हालांकि एथेनॉल की अंतिम कीमत पर विशेषज्ञ समिति को फैसला करना है।इससे पहले एथेनॉल का दाम 21.50 रुपये प्रति लीटर था। राज्यों की बात करें तो, सबसे अधिक 39 करोड़ लीटर एथेनॉल आपूर्ति की पेशकश महाराष्ट्र से आई है, इसके बाद उत्तर प्रदेश ने 28 करोड़ लीटर एथेनॉल और कर्नाटक ने 16 करोड़ लीटर एथेनॉल की आपूर्ति की पेशकश की है। बाकी आपूर्ति तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और गुजरात से की जाएगी। उम्मीद है कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम इन चीनी कंपनियों को 6 सितंबर को एथेनॉल आपूर्ति के ठेके दे सकती हैं। पेट्रोल में एथेनॉल मिलाकर बेचने की योजना अगले एक महीने में लागू हो सकती है। (BS Hindi)
03 सितंबर 2010
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