27 अगस्त 2010
भारतीय कपास ने पाकिस्तान में धूम मचाई
पाकिस्तान की मिलों ने चालू महीने में भारत से कपास की तकरीबन दस लाख गांठों (एक गांठ में 170 किलो) के आयात के लिए अगाऊ सौदे किए हैं। इनकी डिलीवरी नई फसल से नवंबर-दिसंबर में की जाएगी। नॉर्थ इंडिया कॉटन एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश राठी ने बताया कि अभी तक निर्यात के लिए भारत से कपास की लगभग 18 से 20 लाख गांठों के अगाऊ सौदे हो चुके हैं। पाकिस्तान में बाढ़ से कपास की फसल को भारी नुकसान हुआ है। अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) के अनुसार चालू सीजन में पाकिस्तान में कपास का उत्पादन घटकर 1.15 करोड़ गांठ रह जाने का अनुमान है जो 1.40 करोड़ गांठों के सामान्य उत्पादन से करीब 25 लाख गांठ कम है। पाकिस्तान में कॉटन की सालाना खपत करीब 1.50 करोड़ गांठ होने का अनुमान है। राकेश राठी ने बताया कि पाकिस्तान ने आयात सौदे 82 से 85 सेंट प्रति पाउंड की दर से किए हैं। कॉटन निर्यातक संजीव गर्ग ने बताया कि निर्यातकों के साथ घरेलू मिलों की भारी मांग से भी घरेलू बाजार में कॉटन की कीमतों में तेजी बनी हुई है। अहमदाबाद में शंकर-6 किस्म की कॉटन के दाम बढ़कर गुरुवार को 33,300 से 33,700 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी में 356 किलो) हो गए। मालूम हो कि 21 जुलाई को इसका भाव 29,200 से 29,500 रुपये प्रति कैंडी था। उधर, न्यूयॉर्क बोर्ड ऑफ ट्रेड में अक्टूबर वायदा अनुबंध का दाम बढ़कर 88.15 सेंट प्रति पाउंड हो गया जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 23.93 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 64.22 सेंट प्रति पाउंड था। कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) के अध्यक्ष डी एन सेठ ने बताया कि सरकार पहली अक्टूबर से कपास निर्यात पर लगी रोक को हटाएगी तथा सितंबर से निर्यात के लिए रजिस्ट्रशन शुरू हो जाएंगे।चालू सीजन में जुलाई तक घरेलू मंडियों में कपास की 294.65 लाख गांठों की आवक हो चुकी है जो पिछले साल की समान अवधि के 288.75 लाख गांठ से से ज्यादा है। चालू सीजन में देश से कपास की 83 लाख गांठों का निर्यात होने का अनुमान है जो पिछले साल के 35 लाख गांठ के दोगुने से भी ज्यादा है। राठी ने बताया कि पिछले साल नई फसल के समय भारत में कॉटन की करीब 71.50 लाख गांठों का स्टॉक बचा हुआ था, लेकिन चालू सीजन में नई फसल के समय बकाया स्टॉक घटकर 30 से 35 लाख गांठ ही रहने की संभावना है। पाकिस्तान के साथ चीन में भी कपास की फसल को नुकसान होने की आशंका है, इसलिए नए सीजन में भारत से कपास की निर्यात मांग बढ़ेगी। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार चालू सीजन में कपास की बुवाई 105.67 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जो पिछले साल की समान अवधि के 95.59 लाख हैक्टेयर से ज्यादा है। अभी तक मौसम फसल के अनुकूल रहा है, ऐसे में देश में कपास की पैदावार बढ़कर 3.25 करोड़ गांठ से ज्यादा होने का अनुमान है। (Business Bhaskar...aar as raana)
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