कोच्चि August 26, 2010
भारत से मसालों का निर्यात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जुलाई के दौरान 12 प्रतिशत बढ़कर 193,875 टन हो गया है। मसाला बोर्ड के हाल के आंकड़ों के मुताबिक रुपये में मूल्य के आधार पर निर्यात में 17 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है और यह बढ़कर 2,084.96 करोड़ रुपये हो गया है।पिछले साल की समान अवधि के दौरान कुल 172,510 टन मसालों का निर्यात हुआ था, जिसकी कीमत 1775.39 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2010-11 के दौरान कुल 5,100 करोड़ रुपये के 4,65,000 टन मसालों के निर्यात का लक्ष्य रखा गया था। हाल में किया गया निर्यात कुल लक्ष्य का 42 प्रतिशत (मात्रा के आधार पर) और रुपये में मूल्य के आधार पर 41 प्रतिशत है।सबसे बड़ी उपलब्धि लहसुन के निर्यात में मिली है और इसका निर्यात मात्रा के आधार पर पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 1184 प्रतिशत बढ़ा है। मूल्य के हिसाब से अप्रैल जुलाई अवधि के दौरान लहसुन के निर्यात में 1957 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। अदरक के निर्यात में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है और यह पिछले साल की समान तिमाही में हुए 1325 टन निर्यात की तुलना में 128 प्रतिशत बढ़कर 3025 टन हो गया है।सौंफ के निर्यात में मात्रा के आधार पर 47 प्रतिशत और मूल्य के आधार पर 80 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। चालू वित्त वर्ष में पहली बार काली मिर्च के निर्यात में तेजी आई है और मात्रा के आधार पर इसमें 2 प्रतिशत और मूल्य के आधार पर 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सबसे बड़ा झटका बड़ी इलायची के निर्यात के मामले में लगा है। पिछले साल की समान अवधि की तुलना में इसके निर्यात में मात्रा के आधार पर 82 और मूल्य के आधार पर 27 प्रतिशत की गिरावट आई है। (BS Hindi)
27 अगस्त 2010
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