बेंगलुरु August 20, 2010
देश के तीसरे चीनी उत्पादक राज्य कर्नाटक में चीनी वर्ष 2010-11 में गन्ने की बंपर पैदावार की उम्मीद है। चालू खरीफ सत्र में गन्ने की बुआई का रकबा 38 प्रतिशत बढ़कर 3,94,000 हेक्टेयर पर पहुंचने की उम्मीद है, जो पिछले साल 2,85,000 हेक्टेयर था। राज्य ने 2010-11 सत्र के लिए 3,66000 हेक्टेयर रकबे में गन्ने की बुआई का लक्ष्य रखा था।पिछले साल अधिक उत्पादकता और फसल बेहतर रहने के चलते इस साल बुआई के रकबे में बढ़ोतरी हुई है। गन्ना उत्पादक इलाकों में इस साल अच्छी बारिश हुई है। मिल मालिकों ने गन्ने का बेहतर भुगतान किया है, जिसकी वजह से किसान ज्यादा रकबे में बुआई के लिए उत्साहित हुए।उत्तरी कर्नाटक के गन्ना उत्पादन के प्रमुख इलाकों में जोरदार बारिश की वजह से गन्ने का भार बढऩे से प्रति हेक्टेयर उत्पादकता बढ़ी थी। साथ ही राज्य की मिलों ने 10.79 प्रतिशत रिकवरी की है, जबकि इसके पिछले साल में रिकवरी 10.43 प्रतिशत थी।राज्य के कृषि विभाग के आंकड़ों के मुताबिक गन्ने की बुआई के रकबे में 9 अगस्त 2010 तक पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 125 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।इसके परिणामस्वरूप 2010-11 में चीनी उत्पादन 16-20 प्रतिसत बढ़कर 29 से 30 लाख टन होने की उम्मीद है। साउथ इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के मुताबिक आने वाले चीनी सत्र में कर्नाटक में चीनी उत्पादन 25 लाख टन के आंकड़ों पर पहुंच जाएगा। (BS Hindi)
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