दिल्ली की आज़ादपुर मंडी और ओखला मंडी में बृहस्पतिवार को हड़ताल है।
दोनों मंडियों के व्यापारियों ने बृहस्पतिवार से हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। ये व्यापारी कमीशन को लेकर दिल्ली सरकार के नए नियमों का विरोध कर रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि हड़ताल का सीधा असर फल और सब्ज़ियों के दामों पर पड़ेगा। आज़ादपुर और ओखला मंडियों के व्यापारियों की ये एक-दिवसीय सांकेतिक हड़ताल है। व्यापारी 21 अगस्त से लागू होने वाले नए नियमों के विरोध में हड़ताल कर रहे हैं। नए नियम के मुताबिक आढ़तिये जो कमीशन सब्ज़ी और फलों की खरीद-फरोख्त पर अब तक किसानों से ले रहे थे वो कमीशन अब खरीदार लेना होगा। व्यापारियों का कहना है कि नए नियम के लागू होने से सब्ज़ी और फलों की कीमतों में सीधे तौर पर 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी होगी। इतना ही नहीं व्यापारियों को भी सब्ज़ी और फल छह प्रतिशत महंगे मिलेंगे।
व्यापारियों का कहना है कि सरकार को मौजूदा नियम नहीं बदलना चाहिये। उन्होंने कहा कि वो नए नियम का विरोध करते हैं और अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वो इसके लिये प्रदर्शन भी करेंगे। माना जा रहा है कि अगर सरकार ने व्यापारियों को राहत नहीं दी तो ये हड़ताल लंबी खिंच सकती है। नए नियम की तरफ देखें तो साफ तौर पर लगता है कि ये नियम किसानों के हितों को देखते हुए बनाया गया है। लेकिन किसानों की भलाई के लिये बनाए गए नियम से व्यापारी नाराज़ हो गए हैं। अब सरकार किसानों और व्यापारियों के बीच फंस गई दिखती है। अगर पुराना नियम चलने दिया जाता है तो किसानों को लगेगा उनके लिये कुछ नहीं किया गया और अगर नया नियम लागू होता है तो इससे व्यापारी नाराज़ होते हैं।बहरहाल फैसला चाहे जो भी हो, व्यापारियों की हड़ताल से फल और सब्ज़ियों के दाम ज़रूर बढ़ेंगे जिसे नुकसान आम उपभोक्ता का ही होगा। (शमी लाइव)
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