मुंबई August 08, 2010
पिछले 2 महीने से सोने के कारोबार में सुस्ती है। उम्मीद की जा रही है कि अगस्त के तीसरे सप्ताह के दौरान त्योहारी खरीदारी के चलते कारोबार में तेजी आएगी। इस तरह से एक पखवाड़े के बाद सोने की बिक्री का सुस्त चरण खत्म होने के आसार हैं। भारत में त्योहारी मांग रक्षा बंधन और गणपति पूजा के दौरान ज्यादा होती है। इस साल ये त्योहार 24 अगस्त और 11 सितंबर को पड़ रहे हैं। 16 जून और 15 अगस्त के बीच भारत में सोने की बिक्री में करीब 60 प्रतिशत गिरावट आई और खुदरा खरीदार नई खरीद से दूर ही रहे। इसका परिणाम यह हुआ कि इस अवधि के दौरान सोने के खुदरा कारोबारियों का कारोबार गिर गया। रिद्धि-सिद्धि बुलियन लिमिटेड के निदेशक पृथ्वीराज कोठारी ने कहा कि खुदरा कारोबार में कमी आने के साथ ही सोने की बिक्री में भी गिरावट दर्ज की गई। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि इस दौरान कीमतों में उतार-चढ़ाव रहा। साथ ही कीमतें रोजाना नई ऊंचाइयां छूती रहीं। बाजार से खुदरा खरीदार दूर होते गए। बाजार के जानकारों का कहना है कि अब लोगों को कीमतों में तेजी की आदत पड़ गई है और इस सत्र के दौरान मौजूदा भाव पर लोगों को खरीदारी करने में कोई खास दिक्कत नहीं होगी। इस साल की जून-जुलाई अवधि के दौरान सोने का निर्यात 50 प्रतिशत गिरकर 30 टन रह गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि मेंं 60 टन सोने का आयात हुआ था। खरीफ सत्र के दौरान किसान ज्यादातर बीज, खाद की खरीदारी में व्यस्त रहते हैं। भारत में सोने की सबसे ज्यादा खपत किसान ही करते हैं।किसानों की व्यस्तता के चलते न केवल सोने की खरीदारी घटती है, बल्कि इस दौरान पुराने सोने की बिक्री बढ़ जाती है। इस साल पुराने सोने की बिक्री बढ़कर दोगुनी हो गई। उच्च कीमतों के दौर में उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए सोना कारोबारी भी तरह-तरह की योजनाएं बना रहे हैं। आरएसबीएल ने शुद्ध गोल्ड बार की इलेक्ट्रॉनिक खरीद और इसका आकार 1-15 ग्राम रखने का मन बनाया है।भारत में पहली बार इलेक्टॉनिक प्लेटफार्म से सोने के कारोबार शुरू हो रहा है, जिससे कारोबारी खरीद और बिक्री कर सकेंगे। आरएसबीएल सोने की डिलिवरी अपनी उपलब्ध शाखाओं के माध्यम से करेगी। लेकिन दूरस्थ इलाकों में कारोबार की स्थिति में कंपनी स्थानीय आभूषण कारोबारियों से भी समझौते करेगी। अन्य खुदरा आभूषण कारोबारी भी नए सिक्के और बार पेश करने की योजना बना रहे हैं, जिससे निवेशकों को सुविधा हो। साथ ही आने वाले सीजन में तमाम अत्याधुनिक और परंपरागत डिजाइनें भी बाजार में देखने को मिलेंगी। मुंबई के सोने के कारोबारी पुष्पक बुलियन के साझेदार केतन श्राफ ने कहा- उपभोक्ता जानते हैं कि कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा, इसलिए ज्यादा कीमतें इस साल कारोबार के लिए समस्या नहीं बनने वाली हैं। (BS Hindi)
10 अगस्त 2010
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