13 अगस्त 2010
जुलाई में केंद्रीय पूल से खाद्यान्न का उठान बढ़ा
केंद्रीय पूल से जून के मुकाबले जुलाई महीने में खाद्यान्न का उठान 14.4 फीसदी बढ़ गया। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जुलाई में गेहूं और चावल का उठान बढ़कर 29.50 लाख टन हो गया है जबकि जून महीने में 25.78 लाख टन का उठान हुआ था। गेहूं का स्टॉक खुले बाजार में कम हो रहा है इसलिए आगामी महीनों में केंद्रीय पूल से इसके उठाव में तेजी आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि जुलाई महीने में गेहूं का उठान बढ़कर 15.84 लाख टन का हुआ है जबकि इस दौरान चावल का उठाव 13.66 लाख टन रहा। मालूम हो कि जून महीने में केंद्रीय पूल से 10 लाख टन चावल का उठान हुआ था तथा इस दौरान 15.78 लाख टन गेहूं सरकारी गोदामों से उठाया गया था। केंद्रीय पूल में पहली अगस्त को 549 लाख टन का भारी-भरकम स्टॉक बचा था, जो पिछले साल की समान अवधि के 504.15 लाख टन से 44.85 लाख टन ज्यादा है। इसमें 320 लाख टन गेहूं और 229 लाख टन चावल का स्टॉक बचा हुआ है। पिछले साल पहली अगस्त को सरकारी गोदामों में 316.23 लाख टन गेहूं और 187.92 लाख टन चावल का स्टॉक बचा हुआ था। प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में गेहूं की दैनिक आवक घटकर सीमित मात्रा में रह गई है। साथ ही अब स्टॉकिस्टों के पास भी स्टॉक कम है इसीलिए आगामी महीनों में फ्लोर मिलों को एफसीआई से ही गेहूं का उठान करना पड़ेगा। केंद्रीय पूल से गेहूं का उठान बढ़े, इसीलिए सरकार ने छोटी फ्लोर मिलों के साथ चक्कियों को भी तीन से नौ टन गेहूं देने का फैसला किया है। इसके लिए निविदा भरने की भी आवश्यकता नहीं है। खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं का आवंटन भी सरकार ने बढ़ाया है। साथ ही गरीबी रेखा से ऊपर (एपीएल) परिवार को भी ज्यादा उपलब्ध कराने के लिए 4.57 लाख टन गेहूं का अतिरिक्त आवंटन किया है। दिल्ली बाजार में इस समय गेहूं का भाव 1320-1332 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है जबकि दैनिक आवक घटकर आठ-दस हजार बोरियों की रह गई है। एफसीआई के गेहूं का बेस रेट दिल्ली में 1252 रुपये प्रति क्विंटल है। ऐसे में आगामी दिनों में दिल्ली बाजार में गेहूं की कीमतों में 25-35 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने की संभावना है।बात पते कीखुले बाजार में गेहूं के दाम ज्यादा हो जाने के कारण मिलों ने एफसीआई से गेहूं खरीद में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई। दिल्ली में एफसीआई का गेहूं करीब 80 रुपये सस्ता पड़ रहा है। (Business Bhaskar....aar as raana)
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