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04 अगस्त 2010

इस वर्ष मांग से कम रहेगा प्राकृतिक रबर का उत्पादन

चालू वित्त वर्ष में देश में नेचुरल रबर का उत्पादन 8.93 लाख टन होने का अनुमान है। उत्पादन में बढ़ोतरी के बावजूद यह आंकड़ा खपत से काफी कम है। भारतीय रबर बोर्ड के चैयरमेन साजन पीटर के अनुसार इस दौरान खपत 9.78 लाख टन की होने की संभावना है। खपत के मुकाबले कम उत्पादन की संभावना के कारण ही हाजिर बाजार में नेचुरल रबर के दाम ऊचे बने हुए हैं। सोमवार को केरल के कोट्टायम में आरएसएस-5 और आरएसएस-4 के दाम बढ़कर क्रमश: 178 और 186 रुपये प्रति किलो हो गए। मालूम हो कि 28 जून को आरएसएस-5 और आरएसएस-4 के भाव क्रमश: 168 और 170 रुपये प्रति किलो था। हालांकि इस दौरान विदेशी बाजार में नेचुरल रबर के दाम घटे हैं। सिंगापुर कमोडिटी एक्सचेंज (सीकॉम) में नेचुरल रबर के दाम 28 जून को 169-170 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) थे जो सोमवार को घटकर 149-150 रुपये प्रति किलो रह गए। साजन पीटर ने बताया कि कि अप्रैल से जुलाई के दौरान देश में नेचुरल रबर के उत्पादन में 6.5 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। जबकि अप्रैल से जुलाई के दौरान खपत में रिकार्ड 3.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आटोमेटिव टायर उद्योग की मांग में 5.4 फीसदी और नॉन-टायर उद्योग में 0.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जून महीने में नेचुरल रबर के घरेलू उत्पादन में भी पांच फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। इस दौरान घरेलू उत्पादन बढ़कर 57,000 टन का हुआ, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 54,255 टन का ही उत्पादन हुआ था। इस दौरान खपत में भी इजाफा हुआ है। चालू वर्ष के जून महीने में नेचुरल रबर की खपत 75,000 टन की हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 74,220 टन की खपत ही हुई थी। उन्होंने बताया विश्व में नेचुरल रबर के उत्पादन में 2009 में 4.2 फीसदी की कमी आई थी लेकिन 2010 की पहली तिमाही में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले उत्पादन में 20.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। विश्व में 2010 और 2011 में नेचुरल रबर का उत्पादन क्रमश: 1.01 करोड़ टन और 1.07 करोड़ टन होने का अनुमान है। (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

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