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02 अगस्त 2010

बंपर पैदावार की संभावना से इलायची 30फीसदी सस्ती

चालू फसल सीजन में अनुकूल मौसम से देश में इलायची की बंपर पैदावार होने की संभावना है। इसीलिए पिछले करीब पंद्रह दिनों में हाजिर बाजार में इलायची की कीमत 30 फीसदी घट चुकी है।वायदा बाजार में पिछले सप्ताह भर में ही इसके दाम 23।4 फीसदी घटे हैं। अगले दस-पंद्रह दिनों में बोल्ड क्वालिटी (7.5-8 एमएम) के माल की आवक शुरू हो जाएगी। उसके बाद निर्यात मांग बढ़ जाएगी, साथ ही त्यौहारी सीजन के कारण घरेलू मांग भी अच्छी रहेगी। इसीलिए मौजूदा कीमतों में पांच-दस फीसदी की और गिरावट बाद भाव रुकने की संभावना है। कार्डमम प्लांटर्स एसोसिएशन के सूत्रों के अनुसार अनुकूल मौसम से चालू फसल सीजन में इलायची की पैदावार बढ़कर 14,500 टन होने का अनुमान है जो पिछले साल के 12,800 टन से ज्यादा है। नीलामी केंद्रों पर इलायची की दैनिक आवक बढ़कर 15,000 से 20,000 किलो की हो गई है लेकिन अभी 6.5 एमएम और 7 एमएम की इलायची की ही आवक हो रही है। इसीलिए निर्यातकों के साथ-साथ घरेलू मांग कमजोर बनी हुई है। अगस्त के मध्य तक बोल्ड क्वालिटी (7.5- 8 एमएम) की क्वालिटी की इलायची की आवक शुरू हो जाएगी। सैमेक्स एजेंसी के मैनेजिंग डायरेक्टर मूलचंद रुबारल ने बताया कि अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों की मांग कमजोर होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में इलायची की कीमतों में गिरावट आई है। जून के मध्य में भारतीय इलायची का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में 36-37 डॉलर प्रति किलो चल रहा था जो इस समय घटकर 28-32 डॉलर प्रति किलो रह गया है। लेकिन इन भावों में भी नए निर्यात सौदे नहीं हो रहे हैं।उधर ग्वाटेमाला की इलायची का भाव इस दौरान 31-32 डॉलर से घटकर 23-26 डॉलर प्रति किलो रह गया है। ग्वाटेमाला में नई फसल की आवक अक्टूबर-नवंबर में बनेगी। वहां भी अनुकूल मौसम पैदावार पिछले साल के 15 हजार टन से बढ़कर 18 हजार टन होने का अनुमान है। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान इलायची के निर्यात में 22 फीसदी की गिरावट आई है। इस दौरान निर्यात घटकर 165 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 220 टन इलायची का निर्यात हुआ था। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमएसीएक्स) में अगस्त महीने के वायदा अनुबंध में पिछले एक सप्ताह में इलायची की कीमतें करीब 23.4 फीसदी घट चुकी हैं। 23 जुलाई को अगस्त महीने के वायदा अनुबंध में इलायची का भाव 1,794 रुपये प्रति किलो था जो शनिवार को घटकर 1,373 रुपये प्रति किलो रह गया। केरल की कुमली मंडी स्थित मैसर्स अग्रवाल स्पाइसेज के प्रोपराइटर अरुण अग्रवाल ने बताया कि इस समय नीलामी में 6.5 एमएम की इलायची के भाव घटकर 1,000 से 1,050 रुपये, सात एमएम की इलायची का भाव घटकर 1,110-1,150 रुपये प्रति किलो रह गए। इसकी कीमतों में पिछले पंद्रह दिनों में करीब 400 रुपये प्रति किलो घट गए हैं। 7.5-8 एमएम की इलायची की आवक अगस्त के मध्य बाद शुरू होगी।बात पते कीअमेरिका, यूरोप व खाड़ी देशों की मांग कमजोर होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में इलायची की कीमतों में गिरावट आई है। ग्वाटेमाला में नई फसल की आवक अक्टूबर में शुरू होगी। भारत में पैदावार 15 हजार टन से बढ़कर 18 हजार टन होने का अनुमान है। (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

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