नई दिल्ली August 03, 2010
मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह ने एथेनॉल के अंतरिम दाम 27 रुपये प्रति लीटर तय किया है। दिलचस्प बात यह है कि दिग्गज चीनी कंपनी बजाज हिंदुस्तान ने 25 रुपये प्रति लीटर के दाम पर एथेनॉल बेचने की पेशकश की थी। बजाज हिंदुस्तान एथेनॉल बेचने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी है। 22 जुलाई को पेट्रोलियम मंत्रालय के सचिव एस सुंदरेशन को लिखे गए पत्र में कंपनी के प्रवर्तक कुशाग्र बजाज ने पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने की योजना को जल्द से जल्द लागू करने की सिफारिश की है। पत्र में उन्होंने लिखा, 'हमारे हिसाब से सरकार को शुरू में बेंचमार्क कीमत से कार्यक्रम की शुरुआत करनी चाहिए और इस कीमत को महंगाई के हिसाब से घटाया या बढ़ाया जाना चाहिए। यह कीमत पिछले करार के दाम 21.5 रुपये प्रति लीटर से अधिक होनी चाहिए।
2007-08, 2008-09, 2009-10 में महंगाई दर क्रमश: 4।60, 8.43 और 3.84 फीसदी थी। इस हिसाब से मौजूदा वित्त वर्ष में महंगाई दर के हिसाब से एथेनॉल का दाम 25.33 रुपये प्रति लीटर बैठता है। हालांकि बजाज के एक अधिकारी ने बताया कि कीमत 27 रुपये प्रति लीटर से अधिक है। हालांकि 26 जुलाई को हुई बैठक में वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने इसकी अंतरिम कीमत 27 रुपये प्रति लीटर तय की थी। एथेनॉल की कीमत तय करने के लिए फॉर्मुला सुझाने की जिम्मेदारी योजना आयोग के सदस्य सौमित्र चौधरी की अध्यक्षता वाली समिति को देने का फैसला किया गया था। समिति के सुझाव पर अंतिम फैसला कैबिनेट को लेना था। कीमत तय करने के फॉर्मूले में गन्ने और पेट्रोल की कीमतों को भी ध्यान में रखा जाएगा। पिछले साल अक्टूबर में एथेनॉल की आपूर्ति के कारण बंद होने से पहले दो साल तक पेट्रोल में 5 फीसदी एथेनॉल मिलाकर इस्तेमाल किया जा रहा था। इस दौरान इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी तेल विपणन कंपनियां चीनी कंपनियों से 21.50 रुपये प्रति लीटर दाम पर एथेनॉल खरीद रही थीं। शराब और रसायन उद्योग शीरा आधारित अल्कोहल का इस्तेमाल करता है। रसायन उद्योग पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने और इसकी कीमत 27 रुपये प्रति लीटर तय करने का विरोध कर रहा है। (बीएस हिंदी)
04 अगस्त 2010
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