29 मई 2009
रियो-निप्पोन में करार के बाद लौह अयस्क में तेजी संभव
दुनिया की सबसे बड़ी खनन कंपनी रियो टिंटो और जापान व दक्षिण कोरिया की स्टील कंपनियों के बीच लौह अयस्क के वार्षिक अनुबंधित मूल्य पर समझौता हो जाने के बाद भारतीय लौह अयस्क के निर्यात मूल्य में सुधार आने की उम्मीद बन गई है। भारतीय लौह अयस्क के निर्यात मूल्य में पिछले तीन-चार माह से गिरावट आ रही है। एंग्लो-आस्ट्रेलियन खनन कंपनी रियो टिंटो वर्ष 2009-10 के लिए लौह अयस्क की कीमतों में कटौती करने को राजी हो गई है। कंपनी ने निप्पोन स्टील कारपोरशन और पॉस्को के साथ 33 से 44 फीसदी तक दाम घटाने की सहमति जताई है। भारतीय खनन कंपनियां चीन व जापान की स्टील कंपनियों और खनन कंपनियों के बीच हो रही सौदेबाजी पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक चीन की कंपनियां लौह अयस्क की कीमतों में 40 फीसदी से भी ज्यादा की कमी करने की मांग कर रही है। चीन दुनिया का सबसे बड़ा लौह अयस्क आयातक देश है। चीन काफी मात्रा में आयात भारत से भी लौह अयस्क आयात करता है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान भारत से चीन को करीब 10 करोड़ टन लौह अयस्क का निर्यात था। रियो टिंटो की तरह भारतीय खनन कंपनियां भी जापान और चीन की स्टील कंपनियों के साथ लंबी अवधि के लिए लौह अयस्क सप्लाई का करार करती हैं। लेकिन दोनों सौदों में अंतर ये होता है कि रियो टिंटो द्वारा किया गया करार का मूल्य हाजिर भाव से प्रभावित होता है, जबकि भारतीय कंपनियां हाजिर भावों को आधार मानकर लंबी अवधि का करार करती हैं। जिसमें बाद में कोई बदलाव नहीं होता है। गोवा की खनन कंपनी वीएम साल्गोंकर एंड ब्रदर्स के प्रबंध निदेशक एस. वी. साल्गोंकर के मुताबिक मौजूदा समय में भारत के लौह अयस्क के हाजिर व लंबी अवधि अनुबंधित भाव में अंतर बेहद कम है। ऐसे में घरलू बाजार में आने वाले दिनों में लौह अयस्क की कीमतें लंबी अवधि के अनुबंध भाव से भी ऊपर जा सकती हैं। इस समय लौह अयस्क का हाजिर भाव करीब 54-55 डॉलर प्रति टन है जबकि हाल ही में हुए अनुबंधित सौदे करीब 58-69 डॉलर प्रति टन के आसपास भाव पर हुए हैं। पिछले साल के अंत में कई सालों के बाद चीन की मांग में आई कमी से घरलू बाजार में लौह अयस्क के हाजिर भाव कांट्रैक्ट भाव से नीचे आ गए थे। फेडरशन अॅाफ इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज के के अध्यक्ष राहुल बालदोता के मुताबिक फिलहाल इस हालात में भारतीय लौह अयस्क की कीमतों में इजाफे की ज्यादा संभावना है। (Business Bhaskar)
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