19 मई 2009
चीनी उत्पादन बढ़ाने के लिए उपाय करे सरकार : उद्योग
यूपीए को दोबारा सत्ता में आने के बाद चीनी उद्योग ने सरकार से देश में चीनी उत्पादन बढ़ाने के उपायों पर जोर देने की मांग की है। भारतीय चीनी मिल संघ के महासचिव एस. एल. जैन के मुताबिक नई सरकार को चीनी का उत्पादन बढ़ाने के लिए जरूरी नीतियों में बदलाव लाने की जरूरत है। चीनी उद्योग जगत ने सरकार द्वारा देश में चीनी उत्पादन बढ़ाने के उपायों पर गंभीरता से सोचने की उम्मीद जताई है। जैन ने बताया कि सरकार अपनी नीतियों में बदलाव कर लंबे समय में उत्पादन बढ़ाने पर जोर देना चाहिए। घरलू उत्पादन बढ़ाए बिना किल्लत की समस्या से निजात नहीं मिल सकती है। अनाजों के बढ़ते भावों के क्रम में सरकार को गन्ने की कीमतों में भी इजाफा करनी चाहिए। जिससे किसान ज्यादा से ज्यादा गन्ने की बुवाई कर सकें। ऐसे में सरकार द्वारा जल्द से जल्द गन्ने की एसएमपी घोषित करने की जरूरत है। सरकार यदि इसमें इजाफा करती है तो इससे किसानों को बेहतर संकेत मिल सकेंगे।नीतियों में बदलाव के मामले पर उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात को देखते हुए सरकार को चीनी सेक्टर को पूरी तरह से विनियंत्रित कर देना चाहिए। सरकार को यह समझना चाहिए कि चीनी उत्पादन लागत में काफी इजाफा हुआ है और इसकी भरपाई मिलों को महज कीमत बढ़ाने से ही हो सकेगी। इस क्रम में लेवी कोटा सिस्टम और बाजार नियंत्रण तकनीकी भी बदलाव की जरूरत है। मिलें पूर उत्पादन की 90 फीसदी चीनी बाजार में बेच सकती हैं, जबकि सरकार ने ही महीने के लिए कोटा सिस्टम बना रखा है। मिलों की मांग है कि सरकार ज्यादा से ज्यादा दस फीसदी चीनी गरीबों के लिए बाजार भाव से सस्ती दरों पर बेचने की नीति तैयार की जाए। (BS Hindi)
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