29 मई 2009
बिहार में बुवाई घटने से जून में मक्का महंगा होने की संभावना
जून-जुलाई महीने में मक्का की कीमतों में सुधार आ सकता है। आगामी तीन महीने तक मक्का की आपूर्ति बिहार से होनी है जबकि बिहार में बांग्लादेश से अच्छी मांग निकल रही है। प्रतिकूल मौसम से राज्य में मक्का की बुवाई घटने से पैदावार भी 20-25 फीसदी कम होने की संभावना है। वैसे भी मानसून शुरू होने के बाद मक्का में पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग भी बढ़ जाती है।बैंगानी ग्रुप के चेयरमैन बिमल बैंगानी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि खरीफ सीजन की मक्का की आवक सितंबर महीने में शुरू होगी। ऐसे में आगामी तीन महीने तक पोल्ट्री फीड निर्माताओं और स्टॉर्च मिलों की खरीद बिहार से होनी है।बिहार में बुवाई प्रभावित होने से मक्का की पैदावार में 20 से 25 फीसदी की कमी आने की आशंका है जबकि मानसून शुरू होने के बाद पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग बढ़ जाती है। उधर बांग्लादेश की मांग में भी पहले की तुलना में इजाफा हुआ है। इस समय बांग्लादेश के लिए 180 डॉलर प्रति टन की दर से सौदे हो रहे हैं। ऐसे में जून-जुलाई महीने में मक्का की मौजूदा कीमतों में 100 से 125 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ सकती है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई आंकड़ों के अनुसार रबी में मक्का की बुवाई 12.22 लाख हैक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल के 10.62 लाख हैक्टेयर के मुकाबले ज्यादा है। इसमें जहां आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में बुवाई बढ़ी है वहीं बिहार में घटी है। मालूम हो कि रबी सीजन में मक्का का सबसे ज्यादा उत्पादन बिहार में ही होता है। बिहार की नोगछिया मंडी के मक्का व्यापारी पवन अग्रवाल ने बताया कि राज्य के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में पिछले दो-तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिससे मंडियों में आवक घट गई है। बिहार की मंडियों में मक्का के भाव लूज में 710-715 रुपये और ट्रक लोड 735-750 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। जोकि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से काफी कम हैं। चालू फसल सीजन के लिए सरकार ने मक्का का एमएसपी 840 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। उन्होंने बताया कि इस समय दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल के साथ बांग्लादेश की अच्छी मांग बनी हुई है। दिल्ली के मक्का व्यापारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि मौसम खराब होने से उत्पादक मंडियों खगड़िया, नौगछिया, मानसी और गुलाबबाग में आवक घटी है। बिहार से दिल्ली पहुंच मक्का के भाव 930 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। आंध्र प्रदेश की उत्पादक मंडियों में मक्का के भाव 830-840 रुपये और कर्नाटक की मंडियों में 825-830 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं लेकिन आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में आवक घट गई है। केंद्र सरकार द्वारा जारी तीसरे आरंभिक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2008-09 में देश में मक्का का उत्पादन पिछले साल के 189 लाख टन के मुकाबले 184 लाख टन होने का अनुमान हैं।दो साल में मक्के की मांग व उपलब्धता बराबर होगीनई दिल्ली। देश में साल 2011-12 तक मक्के की मांग बढ़कर करीब 2.3 करोड़ टन होने की संभावना है। इस दौरान देश में मक्का की उपलब्धता करीब इतनी ही रहेगी। इंडियन मेज डवलपमेंट एसोसिएशन (आईएमडीए) द्वारा जारी अध्ययन रिपोर्ट विजन 2025 के मुताबिक अगले दो सालों में मक्के की मांग बढ़कर करीब 2.27 करोड़ टन रह सकती है। जिसमें से करीब 1.96 करोड़ टन मांग पोल्ट्री और गैर खाद्य क्षेत्र से रहने के आसार हैं। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2025 तक मक्के की पैदावार करीब 4.2 करोड़ टन तक जा सकता है। अगले साल देश में करीब 2.2 करोड़ टन मक्क्का पैदा होने का अनुमान है। (Business Bhaskar.....R S Rana)
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