19 मई 2009
वायदा कारोबार से गेहूं महंगा
मध्य प्रदेश में गेहूं के भाव 75 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ेगेहूं का वायदा कारोबार जल्द शुरू होने की उम्मीद में हाजिर मंडियों में गेहूं की मांग बढ़ गई। इससे शनिवार और सोमवार के दो कारोबारी दिनों में ही भोपाल स्थित करोंद मंडी में गेहूं के दामों में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा हुआ है। जबकि पिछले एक सप्ताह के दौरान गेहूं के भाव में 50 से 100 रुपये की तेजी आ गई है। गेहूं व्यापारियों का मानना है कि गेहूं का वायदा कारोबार शुरू होने के बाद गेहूं के दामों में और इजाफा होगा जिससे उपभोक्ताओं की परशानी बढ़ेगी। पिछले सप्ताह गेहूं वायदा कारोबार की अनुमति दिए जाने के बाद कमोडिटी एक्सचेंजों में कारोबार अगले तीन-चार दिन में शुरू होने की संभावना है।भोपाल ग्रेन सीड मर्चेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और गेहूं के थोक व्यापारी किशोर सचदेवा ने कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान गेहूं के दामों में 100 रुपये का इजाफा हो गया है। शनिवार और सोमवार को कारोबार के दौरान गेहूं के दामों में औसतन 50 रुपये प्रति क्ंिवटल की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि गेहूं के दामों में सर्वाधिक वृद्धि लोकवन और मालवा शांति किस्म के गेहूं के दामों में हुई हैं। सचदेवा ने कहा कि गेहूं के वायदा कारोबार का हम विरोध करते हैं। इसका वायदा कारोबार शुरू होने के बाद भाव और चढ़ेंगे। वहीं गेहूं के एक अन्य थोक व्यापारी संजीव जैन ने कहा कि लोकवन का भाव 70 रुपये बढ़कर 1200 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है जबकि मालवा शक्ति का भाव 1150 से 1160 रुपये से बढ़कर 1300 रुपये हो गया है जबकि सरबती के भाव 50 रुपये बढ़कर 1350 रुपये से 1550 रुपये के भाव पर बिक रहा है। जैन ने कहा कि वायदा कारोबार शुरू होने के बाद भावों पर नियंत्रण सीधे सटोरियों का हो जाएगा। जिससे आम आदमी को परशानी होगी, उन्होंने कहा कि सर्वाधिक परशानी आटा खरीदने वालों को होगी। जिसके भाव जल्द ही चार से पांच रुपये प्रति किलों बढ़ जाएंगे।खरीद पिछले साल के रिकार्ड के भी पारदेश में गेहूं की खरीद पिछले साल के रिकार्ड स्तर को भी पार कर गई है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने अभी तक 226.93 लाख टन गेहूं की खरीद की है जोकि पिछले साल की कुल खरीद 226.84 लाख टन से ज्यादा है। अभी तक हुई खरीद में पंजाब और हरियाणा का 77 फीसदी योगदान है। पिछले साल की समान अवधि में 199.83 लाख टन की खरीद हुई थी। एफसीआई के सूत्रों के अनुसार अभी तक मंडियों में गेहूं की आवक 239.28 लाख टन की हुई है। चालू खरीद सीजन में केंद्र सरकार ने खरीद का लक्ष्य 244 लाख टन का रखा था तथा उम्मीद है कि यह लक्ष्य पूरा हो जाएगा। कुल खरीद में पंजाब का योगदान 106.45 लाख टन का है जबकि हरियाणा में अभी तक सरकारी खरीद का आंकड़ा 68.83 लाख टन के स्तर पर पहुंच गया है। पंजाब का जि¶ा फिरोजपुर 13.69 ¶ाख टन गेहूं खरीद कर सबसे आगे रहा है। पंजाब में मि¶ मा¶िकों ने मात्र 2.06 लाख टन गेंहू की खरीद की।उत्तर प्रदेश जोकि गेहूं उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य है, में अभी तक 23.67 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है। इसके अलावा मध्य प्रदेश में 15.74 लाख टन और राजस्थान में 10.30 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में गेहूं की आवक अब घटने लगी है। तो भी केंद्र सरकार को उम्मीद है कि खरीद के लिए रखे गए 244 लाख टन के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जाएगा। (BS Hindi)
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