मुंबई May 19, 2009
हाल ही में लौह अयस्क की कीमतों में आई तेजी लंबे समय तक जारी रहने की संभावना नहीं है।
जेएसडब्ल्यू स्टील के संयुक्त प्रबंध निदेशक शेषगिरि राव ने कहा कि स्टील के वैश्विक उत्पादन और खपत में कमी का अनुमान लगाया गया था। इसके साथ ही इस महीने समुद्र मार्ग के मालभाडे में बढ़ोतरी की वजह से लौह अयस्क की कीमतों में 10 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई थी।
उद्योग जगत के सूत्रों के मुताबिक चीन में लौह अयस्क की मांग बढ़ रही है, जो दुनिया का सबसे बड़ा स्टील उत्पादक और उपभोक्ता है। चीन अपना ज्यादातर आयात आस्ट्रेलिया से करता है। मालभाड़े में बढ़ोतरी के चलते चीन अब भारत से लौह अयस्क की खरीदारी को प्राथमिकता दे रहा है। इसकी वजह से भारत को रणनीतिक फायदा हो रहा है।
वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन के हालिया अनुमानों के मुताबिक वैश्विक स्टील उत्पादन में 15 प्रतिशत की कमी का अनुमान है। विकाससील देशों की अर्थव्यवस्था और स्टील की मांग दोनों में सुधार की संभावना है। विश्लेषकों का कहना है कि 2009 के दौरान विकसित देशों की अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावना कम है।
विकसित देशों में मांग कम होने की वजह से यूरोपीय बाजारों में धातुओं की कीमतों में खासी गिरावट आई है। अभी जो शोष आंकड़े आ रहे हैं, उनके मुताबिक विकसित बाजारों में सुधार में अभी वक्त लगेगा, जिससे विकासशील बाजारों को फायदा हो सकता है। (BS Hindi)
20 मई 2009
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