23 मई 2009
कच्चा तेल महंगा होने से घरलू बाजार में नेचुरल रबर त्तत्न तेज
कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होने से नेचुरल रबर की कीमतों में पिछले एक सप्ताह में करीब सात फीसदी की तेजी दर्ज की गई है। न्यूयार्क में कच्चे तेल की कीमतें बढ़कर 61.60 डॉलर प्रति बैरल हो गई। हालांकि विदेशी बाजार में भारत की तुलना में रबर की कीमतें कम है जिससे आयात बढ़ रहा है। वैसे भी घरेलू बाजार में नेचुरल रबर का कुल स्टॉक ज्यादा है। ऐसे में नेचुरल रबर की मौजूदा तेजी जारी रहने की संभावना नहीं है।रबर मर्चेट एसोसिएशन के सचिव अशोक खुराना ने बताया कि कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी से घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतें तो बढ़ गई है लेकिन ऊंचे भावों में ग्राहकी काफी कमजोर है। भारत की तुलना में विदेशी बाजार में भाव कम होने से आयात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसलिए मौजूदा भावों में फिर से गिरावट आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। कोट्टायम में आरएसएस-4 रबर की कीमतें पिछले एक सप्ताह में बढ़कर 99.50 रुपये और आरएसएस-5 के दाम बढ़कर 97.50 रुपये प्रति किलो हो गए। मालूम हो कि 14 मई को आरएसएस-4 की कीमतें 93 रुपये और आरएसएस-5 की कीमतें 91 रुपये प्रति किलो थी। उधर सिंगापुर के सीकॉम में रबर के भाव शुक्रवार को घटकर 78 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) रह गए। जबकि 14 मई को इसके भाव 83 रुपये प्रति किलो थे। अत: भारत की तुलना में विदेशी बाजार में गिरावट चल रही है। जिससे आयातित रबर घरेलू के मुकाबले सस्ती पड़ रही है।कोट्टायम स्थित आइडियल रबर ट्रेडिंग कम्पनी के डायरेक्टर जैम्स कुपटी ने बताया कि विदेशी बाजार में भाव कम होने के कारण भारत में रबर का आयात बढ़ रहा है इसलिए नेचुरल रबर की कीमतों में चल रही तेजी जारी रहने की संभावना नहीं है। रबर बोर्ड के सूत्रों के अनुसार अप्रैल महीने में देश में रबर का आयात 86 फीसदी बढ़कर 8175 टन का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका आयात 4391 टन का हुआ था। चालू वर्ष के 31 मार्च तक देश में नेचुरल रबर का कुल स्टॉक बढ़कर 205,000 टन का हो गया जबकि वर्ष 2008 में मार्च के अंत में इसका कुल स्टॉक 164,000 टन का ही था। अप्रैल महीने में उत्पादक क्षेत्रों में बारिश न होने से नेचुरल रबर का उत्पादन 52,250 टन से घटकर 52,000 टन रह गया। भारत के मुकाबले विदेशी बाजार में भाव कम होने से अप्रैल महीने में निर्यात में भी 82 फीसदी की कमी दर्ज की गई। इस दौरान भारत से नेचुरल रबर का 653 टन का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में 3691 टन का निर्यात हुआ था।वित्त वर्ष 2009-10 में नेचुरल रबर का उत्पादन 867,000 टन होने की संभावना है जबकि खपत 875,000 टन रहने की उम्मीद है। वर्ष 2008-09 में 866,000 टन की खपत हुई थी। (Busienss Bhaskar....R S Rana)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें