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16 मई 2009

पर्याप्त स्टॉक के बावजूद कई राज्यों में डीएपी की किल्लत

खरीफ फसलों के मद्देनजर केंद्र ने तो अपनी तरफ से राज्यों को डाई-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की उपलब्धता बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, लेकिन इसके बावजूद देश के कई हिस्सों में किसानों को फसलों की बुवाई के लिए डीएपी नहीं मिल रहा है। को-ऑपरेटिव संस्थाओं के अलावा प्राइवेट डीलरों के पास भी डीएपी की किल्लत बनी हुई है। उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में किसानों को डीएपी नहीं मिलने से खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उद्योग जगत के जानकारों का कहना है कि इस बार देश में डीएपी की उपलब्धता में कोई कमी नहीं है, लेकिन कुछ और समस्याएं आड़े आ रही हैं। इसमें सबसे बड़ी समस्या ट्रांसपोर्टेशन व्यवस्था की है। इसके अलावा स्टेट एजेंसियों का रवैया भी काफी ढीला है जिसके चलते किसानों को डीएपी या तो नहीं मिल रहा है या फिर बाजार में ब्लैक में खरीदना पड़ रहा है।इस पूरे मसले पर उर्वरक सचिव अतुल चतुर्वेदी ने त्नबिजनेस भास्करत्न को बताया कि राज्य सरकारों को जितनी जरूरत है उससे ज्यादा डीएपी उपलब्ध कराया जा रहा है। जो भी समस्या है वह राज्यों के स्तर पर है। यह राज्यों का दायित्व है कि वे किसानों को डीएपी की उपलब्धता सुनिश्चित करें। चतुर्वेदी के मुताबिक शुरुआती दौर में हो सकता है कि कुछ हिस्सों में डीएपी की किल्लत से किसानों को सामना करना पड़ा हो, लेकिन खरीफ फसलों के दौरान ऐसी कोई समस्या किसानों के सामने नहीं आएगी। चतुर्वेदी ने बताया कि अप्रैल में उत्तर प्रदेश के पास कुल 57 हजार टन डीएपी था, जबकि बिक्री सिर्फ 36 हजार टन की हुई है। इसी तरह बिहार में अप्रैल के दौरान 15 हजार टन डीएपी की मांग थी, जबकि आपूर्ति 16.5 हजार टन की हुई। देश भर की उर्वरक कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएआई) के डीडीजी आर.सी. गुप्ता ने त्नबिजनेस भास्करत्न को बताया कि फिलहाल डीएपी की खासी मांग नहीं है। हालांकि, कुछ इलाकों में अगर अचानक से मांग आती है तो उसकी उपलब्धता की समस्या किसानों के सामने आ जाती है। वैसे, खरीफ फसलों के लिए देश में पर्याप्त डीएपी उपलब्ध है। लिहाजा, आने वाले दिनों में किसानों को कोई समस्या नहीं आएगी। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2009 में डीएपी का घरेलू उत्पादन पिछले वर्ष के समान माह के मुकाबले तकरीबन 60 फीसदी बढ़ा है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी डीएपी को लेकर कोई दिक्कत नहीं है। (Buisness Bhaskar)

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