19 मई 2009
रुपये में 23 वर्षो की सर्वाधिक मजबूती
यूपीए सरकार को मिले स्पष्ट जनादेश से सोमवार को न केवल शेयर बाजार, बल्कि विदेशी मुद्रा बाजार में भी अत्यंत उत्साह देखने को मिला। इसका नतीजा यह हुआ कि सेंसेक्स की भांति रुपये ने भी जबरदस्त कमाल दिखाया जिससे अमेरिकी डॉलर महज एक दिन में 152 पैसे सस्ता हो गया। पिछले 23 वर्षे के दौरान किसी एक दिन में रुपये में यह सर्वाधिक मजबूती को दर्शाती है। इससे भारत में विदेशी फंडों का निवेश और बढ़ने के संकेत मिले हैं। विश्लेषकों ने बताया कि देश में विदेशी पूंजी का प्रवाह बढ़ने की उम्मीद में भारतीय मुद्रा 3.02 प्रतिशत की जोरदार उछाल के साथ पिछले पांच माह के उच्चतम स्तर 47.88/89 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। वर्ष 1986 के बाद किसी एक दिन में भारतीय मुद्रा में यह सर्वाधिक बढ़त है। इसके साथ ही भारतीय मुद्रा 19 दिसंबर 2008 के बाद पहली बार 48 रुपये प्रति डॉलर के स्तर से नीचे आई है। रुपये के मजबूत होने से आयात सस्ता पड़ेगा। इससे वे कंपनियां लाभान्वित होंगी जिनके यहां उत्पादन विदेश से आयातित उपकरणों पर निर्भर है। भारत के प्रतिद्वंद्वी देशों जैसे चीन से तैयार उत्पादों का आयात भी और सस्ता बैठेगा जिससे घरेलू बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। (Business Bhaskar)
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