कुल पेज दृश्य

06 नवंबर 2009

निर्यातकों की मांग बढ़ने से काली मिर्च के भाव आठ फीसदी बढ़े

निर्यातकों की मांग बढ़ने से काली मिर्च की कीमतें पिछले दस दिनों में आठ फीसदी बढ़ चुकी हैं। कोच्चि में एमजी वन कालीमिर्च के भाव बढ़कर 15,200 रुपये और अनगार्बल्ड के भाव 14,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। वियतनाम और इंडोनेशिया में स्टॉक कमजोर होने के कारण भारतीय काली मिर्च की मांग बढ़ी है। ब्याह-शादियों का सीजन होने से घरेलू मांग में भी इजाफा हुआ है। इसलिए आगामी दिनों में इसकी कीमतों में और भी मजबूती की संभावना है।बंगलुरू के काली मिर्च निर्यातक अनीश रावथर ने बताया कि इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय काली मिर्च के भाव बढ़कर 3,450-3,500 डॉलर, वियतनाम की कालीमिर्च के 3,450 डॉलऱ और इंडोनेशिया तथा ब्राजील की कालीमिर्च के भाव 3,300 से 3,350 डॉलर प्रति टन हो गए हैं। वियतनाम में काली मिर्च का स्टॉक घटकर करीब छह-सात हजार टन और इंडोनेशिया में आठ-दस हजार टन ही बचा हुआ है। स्टॉक कम होने से इन देशों की बिकवाली पहले की तुलना में कमी आ रही है। वैसे भी इन देशों में नई फसल की आवक मार्च महीने के बाद ही बनेगी जबकि भारत में आवक जनवरी महीने में बनेगी। ब्राजील में चालू सीजन में काली मिर्च की पैदावार 15 हजार टन ही रहने का अनुमान है तथा इसमें से करीब 35-40 फीसदी की बिक्री हो चुकी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भाव तेज होने के कारण भारत में आयात भी नहीं हो पा रहा है। इसलिए आगामी दिनों में अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों की मांग में और भी इजाफा होने की संभावना है। ब्याह-शादियों का सीजन होने के कारण घरेलू मांग का भी समर्थन मिल रहा है। जिससे मौजूदा कीमतों में और भी तेजी के आसार हैं। कोच्चि मंडी स्थित मैसर्स केदारनाथ संस के डायरेक्टर अजय अग्रवाल ने बताया कि घरेलू मंडियों में काली मिर्च का 10 हजार टन का ही स्टॉक बचा हुआ है जबकि नई फसल आने में करीब तीन महीने का समय शेष है। भारत में काली मिर्च की नई फसल की आवक जनवरी-फरवरी महीने में होती है। कोच्चि मंडी में एमजी वन क्वालिटी की काली मिर्च के भाव बढ़कर 15,200 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। जबकि 22 अक्टूबर को भाव 14,100 रुपये प्रति क्विंटल थे। हाजिर बाजार में आई तेजी का असर वायदा कीमतों पर भी पड़ रहा है। नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) पर दिसंबर महीने के वायदा अनुबंध में पिछले दस दिनों में 11.5 फीसदी की तेजी आ चुकी है। 22 अक्टूबर को वायदा में इसके भाव 13,982 रुपये प्रति किलो थे।भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार सितंबर महीने में कालीमिर्च का निर्यात 1,500 टन का हुआ है जबकि पिछले के सितंबर महीने में 1,475 टन का हुआ था। हालांकि चालू वित्त वर्ष की पहले छह महीनों अप्रैल से सितंबर के दौरान काली मिर्च के निर्यात में 22 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 7,750 टन का ही हुआ है। काली मिर्च के निर्यात में भी तेजी देखने को मिल रही है। (बिज़नस भास्कर...आर अस राणा)

कोई टिप्पणी नहीं: