नई दिल्ली/न्यूयॉर्क। सोने की तेजी में कमजोर डॉलर अब भी सहायक साबित हो रहा है। असल में, निवेशकों के लिए सोना इन दिनों सबसे सुरक्षित विकल्प बना हुई है। न्यूयॉर्क र्म्केटाइल एक्सचेंज (नायमेक्स) में मंगलवार की सुबह (स्थानीय समयानुसार) सोने के वायदा भाव लगातार आठवें दिन बढ़ गए। हालांकि, बाद में थोड़ी गिरावट आई। लंदन के हाजिर बाजार में भी सोना मजबूत रहा। मंगलवार को दिल्ली सराफा बाजार में भी सोना 70 रुपये की तेजी के साथ 17,890 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, इस दौरान मुनाफावसूली से चांदी के भाव 200 रुपये की गिरावट के साथ 28,800 रुपये प्रति किलो रह गए।
नायमेक्स में सोना दिसंबर वायदा 4.8 डॉलर (0.4 फीसदी) की तेजी आने के बाद 1,169 डॉलर प्रति औंस पर था। इससे पहले सोना और ऊंचे भाव पर खुला था तथा बाद में सात डॉलर की गिरावट आई। वहीं, लंदन के हाजिर बाजार में मंगलवार को सोना 1166 डॉलर प्रति औंस पर खुला तथा बाद में 1169 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करते देखा गया। ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष शील चंद जैन ने बताया कि अन्य मुद्राओं के मुकाबले डॉलर लगातार कमजोर हो रहा है, इसलिए निवेशक सोने की खरीद को तरजीह दे रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने में तेजी का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ रहा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले एक महीने में सोने में 30 डॉलर प्रति औंस की तेजी आ चुकी है। हालांकि, न्यूयॉर्क में हैरियस प्रीसियस मेटल्स मैनेजमेंट के वाइस प्रेसीडेंट (सेल्स) मिग्यूल पेरेज सेंताला ने सवाल उठाया कि क्या कमजोर डॉलर वास्तव में सोने की तेजी में सहायक साबित हो रहा है। घरेलू बाजार में चालू महीने में सोने की कीमतों में 1000 रुपये प्रति दस ग्राम की तेजी आ चुकी है। 4 नवंबर को दिल्ली सराफा बाजार में इसके भाव 16,890 रुपये प्रति दस ग्राम थे। (बिज़नस भास्कर)
25 नवंबर 2009
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