राजकोट November 22, 2009
लगातार नई ऊंचाइयां छू रहे सोने की कीमतों पर अब लगाम लग सकती है। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि अब मुनाफावसूली तेज होने की संभावना है।
ऐंजल ब्रोकिंग के कमोडिटीज और करेंसीज के एसोसिएट डायरेक्टर नवीन माथुर ने कहा, 'मुनाफावसूली के चलते सोने की कीमतों में गिरावट की उम्मीद है। हालांकि यह लंबे समय तक नहीं चलेगा।
लंबी अवधि के हिसाब से देखें तो सोने की कीमतों में मजबूती की ही संभावना है। इसकी वजह है कि क च्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं और डॉलर लगातार कमजोर हो रहा है। ऐसी स्थिति में सोना में निवेश एक विश्वसनीय निवेश के रूप में उभरा है, जो महंगाई दर से भी सुरक्षा देता है।'
नवीन के मुताबिक सोने की कीमतें 16,500 से 16,600 रुपये प्रति 10 ग्राम तक दिसंबर के अंत तक आ सकती हैं और उसके बाद फिर 17,500 के उच्च स्तर पर जाएंगी। हाजिर बाजार में मांग में कमी आ रही है, लेकिन सोने में निवेश लगातार बढ़ रहा हौ। गोल्ड ईटीएफ बेहतर मुनाफा दे रहे हैं, जिसके चलते यह भी उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में ईटीएफ में निवेश बढ़ेगा।
केडिया कमोडिटीज के अजय केडिया ने कहा, 'डॉलर में भी रिकवरी आ रही है, जिससे सोने की कीमतों में सुधार हो सकता है। अगर सोना 1100-1110 डॉलर के स्तर पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचता है तो यह 1020-1025 के स्तर पर आएगा।
आने वाले दिनों में अगर डॉलर में मजबूती आती है तो सोने में मुनाफावसूली तेज हो जाएगी। बाजार की नजह इस समय अमेरिकी फे डरल रिजर्व की बैठक पर है, जो फरवरी 2010 में होगी। भारतीय बाजारों में सोना 15,800-16,000 के स्तर पर आ सकता है अगर बाजार में करेक्शन होगा।' वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के सीईओ अराम शीशमण्यन ने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं केंद्रीय बैंक अभी अपनी पूंजी का विविधीकरण जारी रखेंगे। (बीएस हिन्दी)
24 नवंबर 2009
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