नई दिल्ली : दुनिया में सबसे अधिक चीनी खपत करने वाला देश भारत 2009-10 में रिकॉर्ड 60 लाख टन चीनी आयात कर सकता है। अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत अपने घरेलू उत्पादन में आई कमी को पूरा करने के लिए यह कदम उठाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले सीजन में भारत ने वैश्विक बाजार से 28 लाख टन चीनी की खरीद की थी। भारत में चीनी सीजन अक्टूबर से सितंबर का माना जाता है। यूएसडीए ने अपनी हालिया रिपोर्ट 'शुगर: वर्ल्ड प्रोडक्शन, सप्लाई एंड डिस्ट्रीब्यूशन' में कहा है, 'अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें ऊंची बने रहने का अनुमान है और 2009-10 के दौरान भारत अनुमानित तौर पर 60 लाख टन चीनी का आयात कर सकता है। इसमें से वह करीब 50 लाख टन कच्ची चीनी, जबकि 10 लाख टन रिफाइंड चीनी का आयात कर सकता है।'
इंडस्ट्री सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी मिलों ने 2009-10 की पहली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में 25 लाख टन कच्ची चीनी के आयात के लिए कॉन्ट्रैक्ट पहले ही कर लिया है। यह पहले से 3 लाख टन रिफाइंड चीनी के कॉन्ट्रैक्ट के अलावा है। यूएसडीए ने कहा कि आने वाले समय में आयात के लिए अतिरिक्त कॉन्ट्रैक्ट की रफ्तार धीमी पड़ सकती है, क्योंकि घरेलू बाजार की तुलना में वैश्विक बाजार में चीनी की कीमत तेज है। रिपोर्ट में कहा गया है, 'हालांकि, घरेलू बाजार में चीनी की कमजोर आपूतिर् दिखाकर कीमतों में कृत्रिम तेजी आने पर दिसंबर के बाद से आयात में सुधार आने का अनुमान है।' (ई टी हिन्दी)
24 नवंबर 2009
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