संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन लोकसभा में गुरुवार को विपक्षी राजग के साथ साथ समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के सदस्यों ने गन्ने के मूल्य के सवाल को लेकर भारी हंगामा किया, जिसके चलते सदन की बैठक एक बार के स्थगन के बाद शुक्रवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दी गई।
अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा की कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और रालोद प्रमुख अजित सिंह की अगुवाई में पार्टी सदस्य आसन के समक्ष आकर गन्ने के मूल्य के सवालों को लेकर नारेबाजी करने लगे।
ये सदस्य गन्ना किसानों की लूट बंद करो के नारे लगा रहे थे। उधर भाजपा सहित राजग सदस्य भी अपने स्थानों पर खड़े होकर कुछ बोल रहे थे, लेकिन शोर के कारण उनकी बात सुनी नहीं जा सकी। कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्य भी अपने स्थानों पर खड़े हुए थे।
अध्यक्ष ने सदस्यों को शांत कराने का प्रयास करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर बाद में पूरी चर्चा कराई जा सकती है, लेकिन अभी प्रश्नकाल चलने दें। हंगामा थमते न देख अध्यक्ष ने बैठक आधे घंटे और बाद में दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सदन की बैठक दोबारा शुरू होने पर भी यही नजारा था। सपा और रालोद के सदस्यों के साथ-साथ राजग के भी अनेक सदस्य अपने स्थानों से उठकर आसन के समक्ष आ गए। अध्यक्ष ने शोरशराबे के बीच ही जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और स्थिति शांत होते न देख बैठक दिनभर के लिए स्थगित कर दी। (हिंदुस्तान)
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