कोच्चि March 17, 2010
प्राकृतिक रबर की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर जिस बात की आशंका जताई जा रही थी आखिर वह सच हो ही गई।
प्राकृतिक रबर की किस्म ग्रेड आरएसएस-4 की कीमतें 150 रुपये प्रति किलो के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई हैं। आपूर्ति की भारी किल्लत की वजह से कोच्चि और कोट्टायम के बाजारों में आरएसएस-4 ग्रेड का कारोबार 150 रुपये पर हुआ।
भारतीय बाजारों में रबर की कीमतें सर्वाधिक हैं। सिंगापुर (एसआईसीओएम) में कीमतें 148.20 रुपये चल रही हैं। घरेलू बाजार में सिर्फ तीन हफ्तों में ही जबरदस्त उछाल देखने को मिली है। 23 फरवरी को रबर की कीमतें 140 रुपये पर थीं। वहीं, मार्च 2009 की तुलना में कीमतों में 100 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
पिछले साल मार्च में आरएसएस-4 की कीमत 75 रुपये प्रति किलो थी। केरल में बेहद गर्म मौसम की वजह से आगे भी आपूर्ति प्रभावित रहेगी और कीमतों में और उछाल देखने को मिलेगी। मई-जून के दौरान कीमतों के 156-158 रुपये तक जाने की संभावना जताई जा रही है।
मौसम के समय से पहले बेहद गर्म हो जाने की वजह से राज्य के ज्यादातर इलाकों में रबर का उत्पादन प्रभावित हुआ है। गर्म हवाओं की वजह से रबर की खेती पर असर हो रहा है। अगर गर्म हवाएं कुछ और हफ्तों तक जारी रहती हैं, तो ज्यादातर इलाकों में पेड़ों के दोहन का काम रुक सकता है। राज्य के कुछ इलाकों में बारिश हुई है, लेकिन रबर उत्पादक क्षेत्र अभी भी बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
लगातार बढ़ती कीमतों से रबर स्टॉकिस्टों को भी बढ़ावा मिल रहा है। अगले 8-12 हफ्तों में बढ़ती कीमतों का फायदा उठाने के लिए कारोबारी ज्यादा से ज्यादा स्टॉक बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मानसून के बाद ही अब उत्पादन बढ़ सकता है। तब तक घरेलू बाजार में कीमतों के उच्च स्तरों पर ही बने रहने की संभावना है।
रबर बोर्ड के मुताबिक फिलहाल बाजार में 2,69,750 टन रबर का स्टॉक है जिसमें से 1,00,000 टन रबर किसानों के पास है। बोर्ड के मुताबिक स्टॉकिस्टों के पास 65,000 टन और माल गोदामों में 7,936 टन रबर का स्टॉक है। पर, रबर उत्पादक और कारोबारी दोनों ही रबर बोर्ड के आंकड़ो से इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
उनका कहना है कि बोर्ड रबर के स्टॉक को बढ़ा-चढ़ाकर आंकड़े पेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि इतनी ऊंची कीमतों पर भी रबर हासिल करना मुश्किल हो रहा है। अगर बोर्ड के आंकड़े सही होते, तो बाजार में इस हद तक किल्लत देखने को नहीं मिलती। उनके मुताबिक किसानों के पास करीब 35,000-40,000 टन रबर का भंडार है। वहीं डीलरों के पास 35,000 टन का स्टॉक है।
150 रुपये प्रति किलो हुआ रबर
पिछले साल मार्च में रबर की कीमत 75 रुपये प्रति किलो थीमौसम गर्म रहने से रबर का उत्पादन प्रभावितमई-जून के दौरान कीमतें 156-158 रुपये प्रति किलो तक संभवकारोबारी अधिक मात्रा में स्टॉक करने में जुटे (बीएस हिंदी)
18 मार्च 2010
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