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09 मार्च 2010

कारोबारियों और मिलों में समझौता

मुंबई March 09, 2010
महाराष्ट्र में पिछले सात दिनों से चीनी की रुकी है बिक्री मंगलवार से फिर से शुरू होने जा रही है।
एक लाख टन चीनी के लिए नए टेंडर मंगलवार को जारी किए जाएंगे और कारोबारी इसमें शामिल होने को राजी हो गए हैं। मिलों ने एक बेंचमार्क कीमत तय की है और कोई भी मिल इस कीमत से कम कीमत पर चीनी नहीं बेचेगी। महाराष्ट्र की सहकारी चीनी मिल संघ ने सोमवार को महाराष्ट्र स्टेट शुगर मर्चेंट्स ऐंड ब्रोकर्स एसोसिएशन के साथ बैठक की।
संघ के चेयरमेन चंद्रशेखर घुले ने बताया, 'बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई और दोनों पक्षों के बीच सहमति बनी है। 1 लाख टन चीनी के लिए नए टेंडर मंगलवार को जारी होंगे। मिलों ने तय बेंचमार्क कीमत पर सहमति जताई है और कोई भी मिल इस कीमत से कम कीमत पर चीनी नहीं बेचेगी। कारोबारी इस प्रस्ताव से सहमत हैं और अब वे नए टेंडर में भाग लेंगे।'
इससे पहले चीनी की गिरती कीमतों के डर से कारोबारियों ने नए टेंडरों में शामिल होने से इनकार कर दिया था। जिन कारोबारियों ने फरवरी के दूसरे हफ्ते में 3,700 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से चीनी खरीदी थी, कीमतों में गिरावट के डर से माल उठाने से इनकार कर रहे हैं। इस वजह से राज्य में नए टेंडर पास नहीं हो रहे हैं।
महाराष्ट्र के लिए सरकार की तरफ से तय साप्ताहिक बिक्री कोटा 4 लाख टन है। इसमें में 25 फीसदी यानी करीब 1 लाख टन चीनी पहले हफ्ते में बेची जानी है, पर यह अभी तक नहीं बिक सकी है। मिलों ने पहले से ही गन्ने की ऊंची दरें तय कर रखी हैं। उन्हें डर है कि अगर गतिरोध जारी रहता है, तो उनके लिए वित्तीय मुश्किलें पैदा हो सकती हैं।
चीनी उद्योग के सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र में सहकारी मिलों की तरफ से गन्ने के लिए दी गई कीमत बाकी राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा है। यह कीमत 2,200-2,500 रुपये के बीच है। सहकारी समितियां किसानों के द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं और गन्ने की तय कीमतों का पक्का रहना जरूरी है।
लिहाजा चीनी की आधार कीमतों में सुधार समय की जरूरत है। हालांकि सूत्रों का कहना है, 'ऐसे में बिना लेवी वाली चीनी को लेवी चीनी में बदले जाने का खतरा है, पर अब यह मसला सुलझ गया है।'
चीनी कारोबारी संघ के एक प्रतिनिधि ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, 'चीनी की घरेलू कीमतें अचानक गिरने के डर से कारोबारियों ब्रिकी के वादे पर टिके रहना नामुमकिन है। चीनी की अंतरराष्ट्रीय कीमतें 745 डॉलर प्रति टन से गिरकर 560 डॉलर प्रति टन तक आ चुकी हैं। घरेलू कीमतें इसके साथ जा रही हैं।'
महाराष्ट्र में शुरू होगी चीनी की बिक्री
1 लाख टन चीनी के लिए नए टेंडर मंगलवार को होंगे जारीमहाराष्ट्र के लिए सरकार की तरफ से तय साप्ताहिक बिक्री कोटा 4 लाख टन है25 फीसदी चीनी पहले हफ्ते में बेची जानी है, पर अभी तक नहीं बिक सकी है चीनी (बीएस हिंदी)

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